Showing posts with label चर्च के बारे में अधिक जाने. Show all posts
Showing posts with label चर्च के बारे में अधिक जाने. Show all posts

Friday, 24 January 2020

उद्धार की योजना

उद्धार की योजना
          क्या आप भूखे हैं? शारीरिक रूप से भूखे
नहीं, वरन् क्या आपके जीवन में किसी और
चीज की भूख है? क्या आपके मन की गहराई में
ऐसी कोई चीज है जो कभी भी संतुष्ट होती
प्रतीत नहीं होती? 
   यदि ऐसा है तो, यीशु ही एक मार्ग है! यीशु ने कहा,
            "जीवन की रोटी मैं  हूँ : जो मेरे पास आता है वह कभी भूखा न होगा,
 और जो मुझ पर विश्वास करता है, वह  कभी प्यासा न होगा" (यूहन्ना 6:35)।

क्या आप उलझन में पड़े हैं? क्या आपके जीवन के
लिए आपको कोई मार्ग या उद्देश्य नहीं जान
पड़ा? क्या ऐसा प्रतीत होता है जैसे किसी
ने बत्ती बुझा दी है और आप इसे जलाने के लिए
बटन नहीं ढूँढ पा रहे हैं? 
     यदि ऐसा है तो, यीशु ही एक मार्ग है! यीशु ने घोषणा की कि,
"जगत की ज्योति मैं हूँ; जो मेरे पीछे हो लेगा
वह अन्धकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की
ज्योति पाएगा" (यूहन्ना 8:12)।

क्या आप कभी ऐसा महसूस करते हैं कि आपके
जीवन के द्वार बन्द हो गए हैं? क्या आपने बहुत
सारे द्वारों को केवल यह जानने के लिए
खटखटाया है, कि उनके पीछे केवल खालीपन
तथा अर्थहीनता है? क्या आप भरपूरी के एक
जीवन में प्रवेश करने के लिए प्रवेश द्वार की
खोज में हैं? 
   यदि ऐसा है तो, यीशु ही एक मार्ग
है! यीशु ने घोषणा की कि, 

"द्वार में हूँ; यदि कोई मेरे द्वारा भीतर प्रवेश करे, तो
 उद्धार पाएगा, और भीतर बाहर आया जाया करेगा
और चारा पाएगा" (यूहन्ना 10:9)।

क्या अन्य लोग हमेशा आपको नीचा दिखाते
हैं? क्या आपके सम्बन्ध सतही और थोथले हैं?
क्या आपको ऐसा प्रतीत होता है कि हर एक
व्यक्ति आपका लाभ उठाने का प्रयास कर
रहा है?
  यदि ऐसा है तो, यीशु ही एक मार्ग है! यीशु ने कहा था, 
"अच्छा चरवाहा मैं हूँ;  अच्छा चरवाहा भेड़ों के लिए अपना प्राण  
देता है; मैं अपनी भेड़ों को जानता हूँ और मेरी भेड़ें मुझे जानती हैं" (यूहन्ना 10:11, 14)।

क्या आप आश्चर्य करते हैं कि इस जीवन के बाद
क्या होता है? क्या आप अपने जीवन को उन
वस्तुओं के लिए यापन करते हुए थक गए हैं जो
केवल सड़ती या जंक़ खा जाती हैं? क्या आप
को कई बार सन्देह होता है कि जीवन का कुछ
अर्थ है या नहीं? क्या आप अपनी मृत्यु के बाद
जीना चाहते हैं? 
यदि ऐसा है तो, यीशु ही एक मार्ग है! यीशु ने घोषणा की कि,
 "पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ; जो कोई मुझ पर विश्वास करता है 
वह यदि मर भी जाए तोभी जीएगा।
और जो कोई जीवित है और मुझ पर विश्वास
करता है, वह अनन्तकाल तक न मरेगा" (यूहन्ना
11:25-26)।

मार्ग क्या है? सत्य क्या है? जीवन क्या हैॽ
यीशु ने उत्तर दिया, "मार्ग और सत्य और जीवन
मैं ही हूँ; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास
नहीं पहुँच सकता" (यूहन्ना 14:6)।

जिस भूख को आप महसूस करते हैं वह एक
आत्मिक भूख है, और केवल यीशु के द्वारा ही
पूरी की जा सकती है। एकमात्र यीशु ही है
जो अंधेरे को समाप्त कर सकता है। यीशु एक
संतुष्ट जीवन का द्वार है। यीशु एक मित्र और
चरवाहा है जिसकी आप खोज कर रहे थे। यीशु
- इस और आने वाले संसार के लिए जीवन है।
यीशु ही उद्धार का मार्ग है!

वह कारण जिससे आप भूख को महसूस करते हैं,
वह कारण जिससे आपको अंधेरे में खो जाना
प्रतीत होता है, वह कारण जिससे आप अपने
जीवन में कोई अर्थ नहीं पाते हैं, यह है कि आप
परमेश्वर से अलग हो गए हैं (सभोपदेशक 7:20;
रोमियों 3:23)। जिस खालीपन को आप अपने
हृदय में महसूस करते हैं वह आपके जीवन में परमेश्वर का न होना है।
 हमारी रचना परमेश्वर के साथ सम्बन्ध बनाए रखने के लिए की गई थी। 

परन्तु हमारे अपने पाप के कारण, हम उस सम्बन्ध से
अलग हो गए। इससे भी बुरा यह है कि, हमारा
पाप हमें इस और अगले जीवन में, भी पूरे
अनन्तकाल के लिए परमेश्वर से अलग होने का
कारण बनेगा (रोमियों 6:23; यूहन्ना 3:36)।

इस समस्या का हल क्या हो सकता है? यीशु
ही एक मार्ग है! यीशु ने हमारा पाप अपने ऊपर
ले लिया (2कुरिन्थियों 5:21)। यीशु हमारे
स्थान पर (रोमियों 5:8), उस दण्ड को लेते हुए
मर गया जिसके पात्र हम थे।
 तीन दिनों के पश्चात, यीशु मुर्दों में से, पाप तथा मृत्यु के ऊपर 
अपनी विजय को प्रमाणित करते हुए जी
उठा (रोमियों 6:4-5)। उसने ऐसा क्यों
किया? यीशु ने स्वयं इस प्रश्न का उत्तर दिया
है: "इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं कि कोई
अपने मित्रों के लिये अपना प्राण दे" (यूहन्ना
15:13)! यीशु मरा ताकि हम जी सकें। यदि हम
यीशु में अपना विश्वास, उसकी मृत्यु को
हमारे पापों के लिएचुकाई हुई कीमत मानकर
करते हैं – तो हमारे सारे पाप क्षमा किए और
धो दिए जाते हैं। तब हम अपनी आत्मिक भूख
की संतुष्टि को पा सकेंगे। फिर से बत्तियाँ
जल उठेंगी। हमारी पहुँच एक भरपूरी के जीवन
तक हो जाएगी। हम हमारे सच्चे उत्तम मित्र
तथा अच्छे चरवाहे को जानेंगे। हम यह जानेंगे
कि मरने के बाद भी हमारे पास जीवन होगा
– यीशु के साथ अनन्तकाल के लिए स्वर्ग में एक
जी उठा हुआ जीवन!
"क्योंकि परमेश्वर ने जगत में ऐसा प्रेम रखा कि
उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि
जो कोई उस पर विश्वास करे वह नष्ट न हो,
परन्तु अनन्त जीवन पाए" (यूहन्ना 3:16)।

Sunday, 3 March 2019

तुम रोओगे और विलाप करोगे तुम्हारा शोक आनन्द में बदक जाएगा।

तुम रोओगे और विलाप करोगे... तुम्हारा शोक आनन्द में बदक जाएगा।’ (यूहन्ना, 16: 20)

आप सभी भाई ,बहनों पास्टर और प्रचारक को प्रभु यीशु मसीह के मधुर और मीठे नाम में जय मसीह की

यीशु को सलीव की मौत दी गई थी। उसके शिष्य व्याकुल और निराश हो गए थे। उनकी सब आशाएँ उसी पर थी - अब वह कबर में मृतक पड़ा था।
परन्तु तीसरे दिन वह जी उठा। उसके शिष्यों ने अवश्य ही उन शब्दों को याद रखा होगा जिन्हें कि उसने उनसे अपनी मृत्यु के पहले कहा था: जो ऊपर लिखा है 
अपने प्यारे प्रभु और स्वामी को फिर देखने में उन्हें कितना आनन्द हुआ होगा! यूहन्ना हमें बताता है, ‘तब चेले प्रभु को देखकर आनन्दित हुए’ (यूहन्ना, अध्याय 20, पद 20)।

हम उनके आनन्द का अन्दाजा नही लगा सकते हैं।
जब यीशु स्वर्ग चला गया
प्ररितों के काम के पहले अध्याय के प्रथम आठ पदों को फिर से पढ़िये। कल्‍पना कीजिये कि जी उठने के बाद चालीस दिनों तक जब यीशु अपने शिष्यों के बीच में रहा और फिर से उन्हें शिक्षा देते रहा तो वे कितने आनन्दित हुए होंगे।

  चालीस दिनों के बाद आप उन्हें और उनके बीच यीशु को बैतनिय्याह की हरी पहाड़ियों पर खड़ा देखते हैं। अचानक वह उनके बीच में से ऊपर स्वर्ग पर उठा लिया गया। कितने अचम्‍भे से वे उस दृश्‍य को निहार रहे होंगे जब उन्‍उसने पृथ्वी को छोड़ा और एक बादल ने उसे उनकी आखों से छिपा लिया। फिर से वह उनसे ले लिया गया। लेकिन इस समय वे न विस्मित हुए और न निराश हुए; बिल्‍कुल भी नही! 
    लूका हमें बताता है,
‘वह उनसे अलग हो गया और स्वर्ग पर उठा लिया गया। तब वे उसको दण्डवत् करके बड़े आनन्द से यरूशलेम को लौट गए।’ (लूका 24:51-52)

दूसरी बार उनसे अलग होने पर वे इतने आनन्दित क्यों थे? इसलिये कि यीशु ने उनसे एक प्रतिज्ञा की थी। उसने कहा था,
‘देखो, मैं जगत के अन्त तक सदा तुम्हारे संग हूँ।’ (मत्ती, अध्याय 28, पद 20)

   वे जानते थे कि कुछ भी हो जाए, वह स्वर्ग से उनकी चौकसी करता रहेगा।
परन्तु सिर्फ इतना ही नहीं। जब वे उसे स्वर्ग में जाते हुए देख रहे थे, दो स्वर्गदूत एक संदेश लेकर उनके पास आए। उन्होंने कहा,
‘हे गलीली पुरूषो, तुम क्‍यों खड़े आकाश की ओर देख रहे हो? यही यीशु, जो तुम्हारे पास से स्‍वर्ग पर उठा लिया गया है, जिस रीति से तुम ने उसे स्‍वर्ग को जाते देखा है उसी रीति से वह फिर आएगा।’ (प्रेरितों के काम 1:11)

  यह छोटा सा पद इतना महत्‍वपूर्ण है कि इसे हमेशा याद रखना चाहिये। जब शिष्य यरूशलेम को अपने प्रभु की आज्ञाओं का पालन करने  वापस लौटे, तो उन्‍हें पक्‍का विश्‍वास था कि यीशु खुद पृथ्वी पर वापस लौटेगा। इस बात ने उनहें बहुत आनन्दित किया।
यीशु ने कहाँ था ऊन से 
यह सब 2016 वर्ष  पूर्व हुआ और यीशु अभी तक वापस नहीं आये है।
परन्तु वह अवश्य आयेंगे। उन्‍होंने स्‍वंय ऐसा कहा। लूका के 21 वें अध्याय और 27 वें पद में व़े स्‍वंय बादल पर सामर्थ और बड़ी महिमा के साथ पृथ्वी पर वापिस आने के विषय में बताते है। (क्‍या आपने ध्यान दिया कि वे बादल में गये? और यह भी कि स्वर्गदूतों ने कहा कि जिस रीति से उन्होंने उसे ऊपर जाते देखा उसी रीति से वह लौटेगा?)

   बहुत से दृष्टांत भी यीशु के पुनः आगमन के बारे में बताते हैं। उदाहरण के लिए मत्ती के 25 वें अध्याय और उसके पहले 13 पद में दिए हुए दृष्टांत को लीजिए। 

   इसमें एक दूल्‍हे के बारे में लिखा है, और क्‍योंकि यह एक विवाह का दृश्‍य है तो इसे समझना हमारे लिए मुश्किल नही है। यह दूल्हा वास्‍तव में और कोई नही मसीह है, और यह कहानी हमें चेतावनी देती है कि जब वह आएगा तो कुछ लोग ऐसे भी रहेंगे जो उसके आने के लिए तैयार न होंगे।
तेरवें पद को देखिये। यीशु ऐसा नही कहते है कि, "तुम नही जानते हो कि तुम्हारा प्रभु आएगा या नहीं" उसका आना निश्चित है। इसमें कोई सन्देह नहीं। परन्तु वे यह कहते है,
‘तुम न उस दिन को जानते हो, न उस घड़ी को, जब मनुष्य का पुत्र लौटेगा।’ (मत्ती 25:13)
प्रकाशितवाक्य में यीशु ने अपने अन्तिम सन्देश में कहा,
‘देख, मैं शीघ्र आनेवाला हूँ!’ (प्रकाशितवाक्य, अध्याय 22, पद 7)




प्रभु यीशु आप सभी कॊ इस वचन के द्वारा आशिष देवे और दूसरे आगमन के लीये रेडी करे 
बाइबल यहाँ से खरीदेबाइबल यहाँ से खरीदे

Tuesday, 19 February 2019

अपने स्वर्गारोहण से ठीक पहले यीशु ने कहा कि इसलिए तुम जाओ सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिम्मा दो

मेरे प्यारे भाई और बहनो आप सभी को प्रभु यीशु मशीह के मधुर और मीठे नाम में जय मसीह की कहता हु 

अपने स्वर्गारोहण से ठीक पहले, यीशु ने कहा कि, "इसलिए तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिम्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैंने तुम्हें आज्ञा दी हैं, मानना सीखाओ। और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदा तुम्हारे संग हूँ" (मत्ती 28:19-20)। ये निर्देश स्पष्ट करते हैं कि कलीसिया को यीशु का चेला बनाने, और उन चेलों को बपतिस्मा देने के शब्दों को पूरा करने का दायित्व है। इन बातों को सभी जगहों पर ("सब जातियों") जब तक "जगत का अन्त" नहीं आ जाता किया जाना चाहिए। इसलिए, बपतिस्मा के अतिमहत्वपूर्ण होने का कोई और कारण नहीं, क्योंकि यीशु ने इसकी आज्ञा दी है।

बपतिस्मा की प्रथा कलीसिया की स्थापना से पहले की गई है। प्राचीन समय के यहूदी अन्य विश्वासों में से आए हुए लोगों को बपतिस्मा के द्वारा उनके "शुद्ध" स्वभाव के होने के चिन्ह के रूप में दर्शाते थे। यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले ने बपतिस्मे का उपयोग न केवल अन्यजातियों के लिए, अपितु प्रत्येक लिए आवश्यक रूप से प्रभु के मार्ग की तैयारी के लिए किया, कि प्रत्येक व्यक्ति को बपतिस्मा लेना है क्योंकि प्रत्येक को पश्चाताप की आवश्यकता है। परन्तु फिर भी, यूहन्ना का बपतिस्मा, जो केवल पश्चाताप को ही दर्शाता है, वह वैसा ही नहीं है जैसा कि मसीही विश्वास वाला होता है, जो कि प्रेरितों के काम 18:26 और 19:1-7 में दिखाई देता है। मसीही बपतिस्मे की बहुत गहरी विशेषता है।

बपतिस्मा पिता, पुत्र और आत्मा के नाम से दिया जाता है – ये मिल कर एक "मसीही बपतिस्मा" को बनाते हैं। इस विधान के द्वारा एक व्यक्ति को कलीसिया की संगति में स्वीकार कर लिया जाता है। जब हम बचाए जाते हैं, तब हमारा "बपतिस्मा" मसीह की देह में आत्मा के द्वारा हो जाता है। 1 कुरिन्थियों 12:13 कहता है, "क्योंकि हम सब ने - क्या यहूदी हो क्या यूनानी, क्या दास हो क्या स्वतंत्र - एक ही आत्मा के द्वारा एक देह होने के लिए बपतिस्मा लिया, और हम सब को एक ही आत्मा पिलाया गया।" पानी के द्वारा दिया हुआ बपतिस्मा आत्मा के द्वारा दिए हुए बपतिस्मे का "पुन र्प्रदर्शन" है। 

मसीही बपतिस्मा एक ऐसा तरीका है जिसके द्वारा एक व्यक्ति विश्वास और शिष्यता को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करता है। पानी के बपतिस्मे में, एक व्यक्ति इन शब्दों को कहता है कि, "मैं यीशु में अपने विश्वास का अंगीकार करता हूँ; यीशु ने मेरे प्राणों को पाप से शुद्ध कर दिया है और मेरे पास अब पवित्रीकरण में चलने वाला नया जीवन है।" 

मसीही बपतिस्मा, शैली में, मसीह की मृत्यु, गाड़े जाने और जी उठने को दर्शाता है। ठीक इसी समय, यह पाप के लिए हमारी मृत्यु और मसीह में नए जीवन को प्रगट करता है। जब एक पापी प्रभु यीशु का अंगीकार करता है, तो वह पाप के लिए मर जाता है (रोमियों 6:11) और पूरी तरह से एक नए-जीवन के लिए जी उठता है (कुलुस्सियों 2:12)। पानी में डूब जाना पाप के लिए मृत्यु को प्रस्तुत करता है, और पानी में से बाहर निकलना शुद्ध, पवित्र जीवन को प्रगट करता है, जो उद्धार का अनुसरण करता है। रोमियों 6:4 इसे इस तरह से कहती है कि, "अत: उस मृत्यु का बपतिस्मा पाने से हम उसके साथ गाड़े गए, ताकि जैसे मसीह पिता की महिमा के द्वारा मरे हुओं में से जिलाया गया, वैसे ही हम भी नए जीवन की सी चाल चलें।" 

सरल रूप से कहना, बपतिस्मा एक विश्वासी के आंतरिक जीवन में हुए परिवर्तन की बाहरी गवाही है। मसीही बपतिस्मा उद्धार के बाद प्रभु की आज्ञापालन करने का एक कार्य है; यद्यपि बपतिस्मा निकटता से उद्धार के साथ सम्बन्धित है, तौभी यह बचाए जाने के लिए एक शर्त नहीं है। बाइबल इस से सम्बन्धित घटनाओं के क्रम को बहुत से स्थानों पर दर्शाती है कि 1) पहले एक व्यक्ति प्रभु यीशु में विश्वास करता है और 2) फिर उसका बपतिस्मा होता है। इस क्रम को प्रेरितों के काम 2:1 में भी देखा जा सकता है, "अत: जिन्होंने उसका वचन ग्रहण किया उन्होंने बपतिस्मा लिया" (प्रेरितों के काम 16:14-15 को भी देखें)।

यीशु मसीह में एक नए विश्वासी को शीघ्र अतिशीघ्र बपतिस्मा लेने की इच्छा को प्रगट कर देना चाहिए। प्रेरितों के काम 8 में फिलिप्पुस कूशी खोजे को "यीशु के शुभ-सन्देश के बारे" में बताता है, और जब "वे मार्ग में चलते चलते किसी जल की जगह पहुँचे, तब खोजे ने कहा, 'देख वहाँ जल है, अब मुझे बपतिस्मा लेने में क्या रोक हैॽ" (आयतें 35-36)। ठीक वहीं, उन्होंने रथ को रोक लिया, और फिलिप्पुस ने उस व्यक्ति को बपतिस्मा दिया। 

मसीही बपतिस्मा एक विश्वासी की पहचान मसीह, मृत्यु, गाड़े जाने और जी उठने को दर्शाता है। जहाँ कहीं भी सुसमाचार का प्रचार किया जाता है, वहाँ पर लोगों को बपतिस्मा दिया जाना चाहिए।



और भी आशीषित पोस्ट देखे निचे दिये गये लेख पर क्लिक करे 
 JUST CLICK NOW--------

1} दशमांश किसको देना है ??





5} प्रार्थना में घुटने टेकने का अर्थ।



बाइबल यहाँ से खरीदेबाइबल यहाँ से खरीदे

Wednesday, 2 January 2019

Kon Khata Hai Ki Dharm Badla Jata Hai Pahle Pata To Karo Dharm Kya Hai कौन कहता है धर्म बदला जाता है,

कौन कहता है 
धर्म बदला जाता है, पहले पता करो कि धर्म क्या है, सत्य, प्यार और
अहिंसा हि धर्म है भला इन बातो कों उल्ता क्यो बदलेगा
बदलता तो सोच है जिसे अधबिश्वासी, हिंसा, लडाई, बुराई और पाप को "बदलो धर्म नही"

शांति प्यार का रास्ता देने वालो को मानो और दिल की सचे मन से विस्वाश करो 
परमेश्वर आप सभी को बुधी ज्ञान और समझ दे ताकी आप धर्म को नही सोच को बदला जाए 
           धन्यबाद 

जिवन के पिछे देखो अनुभब मिलेगा !
जिवन के आगे देखो आसा मिलेगा !
दाए-बाए देखो सत्य  मिलेगा !
स्वयं अपने अन्दर झाककर देखो !
परमेशवर का पवित्र आत्मा तुमहारे बतिस्मा के रुप मे मिलेगा !

जिवन के पिछे देखो अनुभब मिलेगा !
जिवन के आगे देखो आसा मिलेगा !
दाए-बाए देखो सतय मिलेगा !
सवय्म अपने अन्दर झाककर देखो !
परमेशवर का पवित्र आत्मा तुमहारे बतिस्मा के रुप मे मिलेगा !

दिन बित जाती है यीशु  के  वचन सुन कर
वचन  रह जाती है जिन्दगी बनकर !!
पर यीशु  तो हमेशा दिलो मे मेरा रहेगा
 पवित्र आत्मा बनकर !
कभी बाइबिल के वचन पर तो कभी प्रर्थाना सुनकर 





_*🙏👇गज़ब का संदेश 👇🙏*_

_*दुनिया के सबसे धनवान व्यक्ति बिल गेट्स से किसी ने पूछा - 'क्या इस धरती पर आपसे भी अमीर कोई है ?*_

_*बिल गेट्स ने जवाब दिया - हां, एक व्यक्ति इस दुनिया में मुझसे भी अमीर है।*_

_*कौन ---!!!!!*_

_*बिल गेट्स ने बताया:*_
_*एक समय मे जब मेरी प्रसिद्धि और अमीरी के दिन नहीं थे, मैं न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर था.. वहां सुबह सुबह अखबार देख कर, मैंने एक अखबार खरीदना चाहा,पर मेरे पास खुदरा पैसे नहीं थे.. सो, मैंने अखबार लेने का विचार त्याग कर उसे वापस रख दिया.. अखबार बेचने वाले लड़के ने मुझे देखा, तो मैंने खुदरा पैसे/सिक्के न होने की बात कही.. लड़के ने अखबार देते हुए कहा - यह मैं आपको मुफ्त में देता हूँ..*_ 

_*बात आई-गई हो गई.. कोई तीन माह बाद संयोगवश उसी एयरपोर्ट पर मैं फिर उतरा और अखबार के लिए फिर मेरे पास सिक्के नहीं थे।उस लड़के ने मुझे फिर से अखबार दिया, तो मैंने मना कर दिया। मैं ये नहीं ले सकता.. उस लड़के ने कहा, आप इसे ले सकते हैं, मैं इसे अपने प्रॉफिट के हिस्से से दे रहा हूँ.. मुझे नुकसान नहीं होगा। मैंने अखबार ले लिया......*_

_*19 साल बाद अपने प्रसिद्ध हो जाने के बाद एक दिन मुझे उस लड़के की याद आयी और मैंने उसे ढूंढना शुरू किया। कोई डेढ़ महीने खोजने के बाद आखिरकार वह मिल गया। मैंने पूछा - क्या तुम मुझे पहचानते हो ?*_

_*लड़का - हां, आप मि. बिल गेट्स हैं.*_

_*गेट्स - तुम्हे याद है, कभी तुमने मुझे फ्री में अखबार दिए थे ?*_

_*लड़का - जी हां, बिल्कुल.. ऐसा दो बार हुआ था..*_

_*गेट्स- मैं तुम्हारे उस किये हुए की कीमत अदा करना चाहता हूँ.. तुम अपनी जिंदगी में जो कुछ चाहते हो, बताओ, मैं तुम्हारी हर जरूरत पूरी करूंगा..*_

_*लड़का - सर, लेकिन क्या आप को नहीं लगता कि, ऐसा कर के आप मेरे काम की कीमत अदा नहीं कर पाएंगे..*_

_*गेट्स - क्यूं ..!!!*_

_*लड़का - मैंने जब आपकी मदद की थी, मैं एक गरीब लड़का था, जो अखबार बेचता था..*_
_*आप मेरी मदद तब कर रहे हैं, जब आप इस दुनिया के सबसे अमीर और सामर्थ्य वाले व्यक्ति हैं.. फिर, आप मेरी मदद की बराबरी कैसे करेंगे...!!!*_

_*बिल गेट्स की नजर में, वह व्यक्ति दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति से भी अमीर था,*_ _*क्योंकि-----*_
_*"किसी की मदद करने के लिए, उसने अमीर होने का इंतजार नहीं किया था "....🙏*_
अमीरी पैसे से नहीं दिल से होती है दोस्तों किसी की मदद करने के लिए अमीर दिल का होना भी बहुत जरूरी है ☺

Wednesday, 26 December 2018

DO YOU WANT JESUS TO COME TO YOUR HOME THIS CHRISTMAS

PROPHET BAJINDER SINGH MINISTRY
THE CHURCH OF GLORY AND WISDOM
आप सबको प्रोफेट बजिंद्र सिंह जी की और से क्रिसमस और नये वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए
क्या आप चाहते है क्रिसमस पर प्रभु यीशु मसीह आपके घर आए । प्रभु नये वर्ष मे उन लोगो के घर आएगा जो खुशखबरी का मैसेज पास करते है ।
प्रभु यीशु मसीह चरवाहो के घर इसलिए पैदा हुआ। क्योकि उस समय चरवाहे ही लोगो का मैसेज लेकर दूर दूर जाते थे ।
परमेश्वर ने भी अपने बेटे के मैसेज को पहुचाने के लिए चरवाहो को चुना ।
जो क्रिसमस के मौके पर लोगो को सुसमाचार सुना कर प्रभु यीशु मसीह उधारकर्ता का मैसेज पास रहे है ।
प्रभु के स्वर्गदूत उनके घर मे खुशियाँ लेकर आ रहे है । लोग शरीर मे क्रिसमस मनाते है । हम आत्मा मे सेलिब्रेशन करेंगे
आप लोगो को जाकर इनवीटेशन दो । प्रभु यीशु मसीह उधारकर्ता का मैसेज पास करो । जितने इस क्रिसमस पर ग्लोरी एण्ड विस्डम चर्च मे शामिल होंगे
प्रभु उन सब को आशीष देने के लिए जा रहा है ।
और इस दिन प्रोफेट जी आपके लिए प्रार्थना करके प्रभु से आपको बरकतो का चंगाई और छुटकारे का गिफ्ट दिलाएंगे ।
DO YOU WANT JESUS TO COME TO YOUR HOME THIS CHRISTMAS .THOSE WHO PASSING GOOD NEWS JESUS WILL COME TO THEIR IN THIS YEAR.
WHEN JESUS WAS BORN. ANGELS APPEARED TO THE SHEPHERED FIRST.BECAUSE ON THAT TIME SHEPHRED WAS THE WAY TO SAW THE MASSAGE.
GOD CHOOSE SHEPHERD TO PASSING HIS SON MASSAGE
THOSE WHO PASSING THE MASSAGE


THOSE WHO PASSING THE MASSAGE OF JESUS BY GIVING GOOD NEWS TO THE OTHER ON CHRISTMAS
GOD ANGELS WILL BRING HAPPINESS TO. THEIR HOUSE . PEOPLE CELEBRATE CHRISTMAS IN BODY WE WILL CELEBRATE IN SPIRIT.
YOU GO TO THE PEOPLE AND GIVE THEM INVITATION THOSE WHO COME TO CHURCH OF GLORY AND WISDOM ON THIS CHRISTMAS.
GOD WILL GOING TO BLESS ALL OF THEM
ON THAT DAY PROPHET BAJINDER SINGH WILL GIVE YOU GIFT OF GOODNESS , DELIVRANCE FROM GOD


Thursday, 6 December 2018

PRABHU BHOJ MASIH SANGTI KA KYA MAHATTV HAI ? | प्रभु भोज मसीही संगति का क्या महत्त्व है? |

प्रभु भोज मसीही संगति का क्या महत्त्व है?

उत्तर:प्रभु भोज के अर्थ में जो गहराई है उसके कारण इसका 
अध्यन आत्मा को एक झनझोडने वाला अनुभव है । फसह का
सदियों पुराना उत्सव मनाये जाने के दोरान यीशु ने अपनी मृत्यु 
की पूर्व संधया को एक विशेष नयी संगति भोज का स्थापित किया 
जिसे हम आज के दिन तक मनाते है। यह मसीह अराधना का एक 
अभिन्न अंग है। यह हमे हमारे प्रभु की मृत्यु और पुनरूत्थान और
भविष्य में उसके महिमा के साथ वापस आने की बाट जोहने के
 विषय मे स्मरण कराता है। 


यहूदी धार्मिक वर्ष का सबसे पवित्र पर्व फसह था। यह मिस्त्र पर 
अन्तिम विपत्ति का स्मरण दिलाता है जब मिस्त्रीयों के पहिलोठे
मर गए थे और इस्त्राएलियों को छोड दिया गया था मेमने के उस
लहू के कारण जो उनके द्वार के चौखट के सिरे और दोनो अंलगो 
पर छिडका गया था । फिर मेमने को भुना और अखमीरी रोटी के
साथ खाया गया । परमेश्वर की आज्ञा यह थी कि आनेवाली सब
पीढियों में यह पर्व मनाया जाए यह कहानी निर्गमन 12 में लिखी है। 

अन्तिम भोज के दोरान-फसह के पर्व का मनाया जाना - यीशु ने
रोटी को लिया और परमेश्वर को धन्यवाद दिया । जब उसने 
उसे तोडा और अपने शिष्यों को दिया उसने कहा यह मेरी देह
है जो तुम्हारे लिये दी जाती है: मेरे स्मरण के लिये यही किया 
करो।  इसी रीति से उसने भोजन के बाद कटोरा भी यह कहते
हुए दिया कि यह कटोरा मेरे उस लहू में जो तुम्हारे लिये बहाया 
जाता है नई वाचा है। लूका 22:19-21 उसने एक भजन गा कर
पर्व का समापन किया मत्ती 26:30 और वह रात्रि मे जैतून के
पहाड पर चले गए। यही पर यहूदा के द्वारा यीशु का विश्वासघात
किया गया जैसे कि पहले बताया गया था। अगले दिन उसे क्रूस 
पर चढा दिया गया। 

प्रभू भोज के विवरण सुसमाचार की पुस्तको में पाए जाते हैं
मत्ती 26: 26-29 मरकुस 14:17-25 लुका 22:7-22 और
यूहाा 13:21-30)। प्रेरित पौलुस ने 1 कुरिन्थियों में 11:23-29
में प्रभु भोज के विषय में लिखा । पौलुस एक कथन को
सम्मिलित करता है जो कि सुसमाचार की पुस्तको में 
नहीं पाया जाता इसलिये जो कोई अनुचित रीति से प्रभु 
की रोटी खाए या उसके कटोरे में से पीए वह प्रभु की देह 
और लहू का अपराधी ठहरेगा । इसलिए मनुष्य अपने आप
का जाँच ले और इसी रीति से इस रोटी में से खाए और इस
कटोरे मे से पीए । क्योकि जो खाते - पीते समय प्रभु की 
देह को न पहचाने, वह इस खाने और पीने से अपने ऊपर 

दण्ड लाता है 1 कुरिन्थियो 11:27-29। हम पुछ सकते है
 कि रोटी और कटोरे में अनुचित रीत्ति से सहभागिता 
करने से क्या अर्थ है।इस का अर्थ यह हो सकता है कि 
रोटी और कटोरे का जो वास्तविक अर्थ है उसकी उपेक्षा 
करना और जो बहुत बडी कीमत हमारे उद्धारकर्ता ने हमारे 
उद्धार के लिए अदा की है उसको भुला देना।या इसका अर्थ
यह हो सकता है कि इस अयोजन को मृत और औपचारिक 
प्रथा बना देना या प्रभु भोज में अंगीकार न किए गए पाप के
साथ सहभागिता करना । पौलुस की चितौनी के अनुसार 
चलते हुए हमे पहले अपने आप को जाँचना चाहिए और
 इसी रीति से रोटी मे से खाए और कटोरे मे से पीए । 

एक और कथन पौलुस कहता है जो सुसमाचार की पुस्तको 
के विवरणों में सम्मलित नहीं है कि  क्योकि जब कभी तुम
यह रोटी खाते और इस कटोरे में से पीते हो तो प्रभु की मृत्यु 
को जब तक वह न आए प्रचार करते हो 1 कुरिन्थियो 11:26।
यह इस अयोजन पर एक समय सीमा लगा देता है - जब तक
हमारा प्रभु न आए। इन संक्षिप्त विवरणो से हम सिखते है कि
कैसे यीशु बहुत नाजुक तत्वों में से दो का उपयोग अपनी देह और
लहू का प्रतीक होने के लिए करते है और उनका आरम्भ अपने
स्मारक के रूप मे करते है | यह स्मारक किसी नक्काशी किए हुए
संगमरमर या साँचे में ढाले गए हुए पितल का नही, बल्कि रोटी 
और दाखरस का था । 

उसने घोषित किया कि रोटी उसकी देह का प्रतीक है जो कि
तोडी जाएगी। तोडी गई हुई कोई हड्डी नहीं थी, परन्तु उसको 
इतनी बुरी तरह से यातना दी गई थी कि उसको पहचान पाना
कठिन था भजन सहिता 22:12-17 यशायाह 53:4-7 ।
दाखरस उसके लहू का प्रतीक है, जो संकेत करता है उस 
भयानक मृत्यु का जो उसे दी जाएगी। वह, परमेश्वर का सिद्ध
पुत्र पुराने नियम में एक छुटकारा दिलाने वाले के विषय में की
गई अनगिनत भविष्यवाणीयों का पूरा करने वाला बना भजन 
सहिता 22 यशायाह 53 जब उसने कहा यह मेरे स्मरण में किया
करो उसने संकेत दिया कि इस रस्म को भविष्य में भी जारी रखा 
जाए। यह इसका संकेत भी देता था कि फसह जिसमें एक मेमने का
मारा जाना आवश्यक होता था और जो उस परमेश्वर के मेमने के
आगमन की बाट जोहता था जो कि संसार के पाप को उठा ले जाएगा
प्रभु भोज में पूरा हुआ । नई वाचा ने पुरानी वाचा का स्थान ले लिया
जब मसीह फसह का मेमना 1 कुरिन्थियो 5:7 बलिदान किया गया 
इब्रानियों 8:8-13।बलिदान की व्यवस्था की अब आगे और 
आवश्यकता नहीं था इब्रानियो 9:25-28 । प्रभु-भोज/ मसीह संगति
 उसको स्मरण करना है जो मसीह ने हमारे लिए किया और 
उसका आनन्द मनाना है जो हम उसके बलिदान के परिणाम
 स्वरूप प्राप्त करते है।
आगे वचन देखे 
             मत्ती(Matthew) 22

22:1 इस पर यीशु फिर उन से दृष्टान्तों में कहने लगा।
22:1 And Jesus answered and spake unto them again by parables, and said,
22:2 स्वर्ग का राज्य उस राजा के समान है, जिस ने अपने पुत्र का ब्याह किया।
22:2 The kingdom of heaven is like unto a certain king, which made a marriage for his son,
22:3 और उस ने अपने दासों को भेजा, कि नेवताहारियों को ब्याह के भोज में बुलाएं; परन्तु उन्होंने आना न चाहा।
22:3 And sent forth his servants to call them that were bidden to the wedding: and they would not come.
22:4 फिर उस ने और दासों को यह कहकर भेजा, कि नेवताहारियों से कहो, देखो; मैं भोज तैयार कर चुका हूं, और मेरे बैल और पले हुए पशु मारे गए हैं: और सब कुछ तैयार है; ब्याह के भोज में आओ।
22:4 Again, he sent forth other servants, saying, Tell them which are bidden, Behold, I have prepared my dinner: my oxen and my fatlings are killed, and all things are ready: come unto the marriage.
22:5 परन्तु वे बेपरवाई करके चल दिए: कोई अपने खेत को, कोई अपने व्यापार को।
22:5 But they made light of it, and went their ways, one to his farm, another to his merchandise:
22:6 औरों ने जो बच रहे थे उसके दासों को पकड़कर उन का अनादर किया और मार डाला।
22:6 And the remnant took his servants, and entreated them spitefully, and slew them.
22:7 राजा ने क्रोध किया, और अपनी सेना भेजकर उन हत्यारों को नाश किया, और उन के नगर को फूंक दिया।
22:7 But when the king heard thereof, he was wroth: and he sent forth his armies, and destroyed those murderers, and burned up their city.
22:8 तब उस ने अपने दासों से कहा, ब्याह का भोज तो तैयार है, परन्तु नेवताहारी योग्य न ठहरे।
22:8 Then saith he to his servants, The wedding is ready, but they which were bidden were not worthy.
22:9 इसलिये चौराहों में जाओ, और जितने लोग तुम्हें मिलें, सब को ब्याह के भोज में बुला लाओ।
22:9 Go ye therefore into the highways, and as many as ye shall find, bid to the marriage.
22:10 सो उन दासों ने सड़कों पर जाकर क्या बुरे, क्या भले, जितने मिले, सब को इकट्ठे किया; और ब्याह का घर जेवनहारों से भर गया।
22:10 So those servants went out into the highways, and gathered together all as many as they found, both bad and good: and the wedding was furnished with guests.
22:11 जब राजा जेवनहारों के देखने को भीतर आया; तो उस ने वहां एक मनुष्य को देखा, जो ब्याह का वस्त्र नहीं पहिने था।
22:11 And when the king came in to see the guests, he saw there a man which had not on a wedding garment:
22:12 उस ने उससे पूछा हे मित्र; तू ब्याह का वस्त्र पहिने बिना यहां क्यों आ गया? उसका मुंह बन्द हो गया।
22:12 And he saith unto him, Friend, how camest thou in hither not having a wedding garment? And he was speechless.
22:13 तब राजा ने सेवकों से कहा, इस के हाथ पांव बान्धकर उसे बाहर अन्धियारे में डाल दो, वहां रोना, और दांत पीसना होगा।
22:13 Then said the king to the servants, Bind him hand and foot, and take him away, and cast him into outer darkness; there shall be weeping and gnashing of teeth.
22:14 क्योंकि बुलाए हुए तो बहुत परन्तु चुने हुए थोड़े हैं॥
22:14 For many are called, but few are chosen.
22:15 तब फरीसियों ने जाकर आपस में विचार किया, कि उस को किस प्रकार बातों में फंसाएं।
22:15 Then went the Pharisees, and took counsel how they might entangle him in his talk.
22:16 सो उन्हों ने अपने चेलों को हेरोदियों के साथ उसके पास यह कहने को भेजा, कि हे गुरू; हम जानते हैं, कि तू सच्चा है; और परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से सिखाता है; और किसी की परवा नहीं करता, क्योंकि तू मनुष्यों का मुंह देखकर बातें नही करता।
22:16 And they sent out unto him their disciples with the Herodians, saying, Master, we know that thou art true, and teachest the way of God in truth, neither carest thou for any man: for thou regardest not the person of men.
22:17 इस लिये हमें बता तू क्या समझता है? कैसर को कर देना उचित है, कि नहीं।
22:17 Tell us therefore, What thinkest thou? Is it lawful to give tribute unto Caesar, or not?
22:18 यीशु ने उन की दुष्टता जानकर कहा, हे कपटियों; मुझे क्यों परखते हो?
22:18 But Jesus perceived their wickedness, and said, Why tempt ye me, ye hypocrites?
22:19 कर का सिक्का मुझे दिखाओ: तब वे उसके पास एक दीनार ले आए।
22:19 Shew me the tribute money. And they brought unto him a penny.
22:20 उस ने, उन से पूछा, यह मूर्ति और नाम किस का है?
22:20 And he saith unto them, Whose is this image and superscription?
22:21 उन्होंने उस से कहा, कैसर का; तब उस ने, उन से कहा; जो कैसर का है, वह कैसर को; और जो परमेश्वर का है, वह परमेश्वर को दो।
22:21 They say unto him, Caesar's. Then saith he unto them, Render therefore unto Caesar the things which are Caesar's; and unto God the things that are God's.
22:22 यह सुनकर उन्होंने अचम्भा किया, और उसे छोड़कर चले गए॥
22:22 When they had heard these words, they marvelled, and left him, and went their way.
22:23 उसी दिन सदूकी जो कहते हैं कि मरे हुओं का पुनरुत्थान है ही नहीं उसके पास आए, और उस से पूछा।
22:23 The same day came to him the Sadducees, which say that there is no resurrection, and asked him,
22:24 कि हे गुरू; मूसा ने कहा था, कि यदि कोई बिना सन्तान मर जाए, तो उसका भाई उस की पत्नी को ब्याह करके अपने भाई के लिये वंश उत्पन्न करे।
22:24 Saying, Master, Moses said, If a man die, having no children, his brother shall marry his wife, and raise up seed unto his brother.
22:25 अब हमारे यहां सात भाई थे; पहिला ब्याह करके मर गया; और सन्तान न होने के कारण अपनी पत्नी को अपने भाई के लिये छोड़ गया।
22:25 Now there were with us seven brethren: and the first, when he had married a wife, deceased, and, having no issue, left his wife unto his brother:
22:26 इसी प्रकार दूसरे और तीसरे ने भी किया, और सातों तक यही हुआ।
22:26 Likewise the second also, and the third, unto the seventh.
22:27 सब के बाद वह स्त्री भी मर गई।
22:27 And last of all the woman died also.
22:28 सो जी उठने पर, वह उन सातों में से किस की पत्नी होगी? क्योंकि वह सब की पत्नी हो चुकी थी।
22:28 Therefore in the resurrection whose wife shall she be of the seven? for they all had her.
22:29 यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, कि तुम पवित्र शास्त्र और परमेश्वर की सामर्थ नहीं जानते; इस कारण भूल में पड़ गए हो।
22:29 Jesus answered and said unto them, Ye do err, not knowing the scriptures, nor the power of God.
22:30 क्योंकि जी उठने पर ब्याह शादी न होगी; परन्तु वे स्वर्ग में परमेश्वर के दूतों की नाईं होंगे।
22:30 For in the resurrection they neither marry, nor are given in marriage, but are as the angels of God in heaven.
22:31 परन्तु मरे हुओं के जी उठने के विषय में क्या तुम ने यह वचन नहीं पढ़ा जो परमेश्वर ने तुम से कहा।
22:31 But as touching the resurrection of the dead, have ye not read that which was spoken unto you by God, saying,
22:32 कि मैं इब्राहीम का परमेश्वर, और इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूं वह तो मरे हुओं का नहीं, परन्तु जीवतों का परमेश्वर है।
22:32 I am the God of Abraham, and the God of Isaac, and the God of Jacob? God is not the God of the dead, but of the living.
22:33 यह सुनकर लोग उसके उपदेश से चकित हुए।
22:33 And when the multitude heard this, they were astonished at his doctrine.
22:34 जब फरीसियों ने सुना, कि उस ने सदूकियों का मुंह बन्द कर दिया; तो वे इकट्ठे हुए।
22:34 But when the Pharisees had heard that he had put the Sadducees to silence, they were gathered together.
22:35 और उन में से एक व्यवस्थापक ने परखने के लिये, उस से पूछा।
22:35 Then one of them, which was a lawyer, asked him a question, tempting him, and saying,
22:36 हे गुरू; व्यवस्था में कौन सी आज्ञा बड़ी है?
22:36 Master, which is the great commandment in the law?
22:37 उस ने उस से कहा, तू परमेश्वर अपने प्रभु से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख।
22:37 Jesus said unto him, Thou shalt love the Lord thy God with all thy heart, and with all thy soul, and with all thy mind.
22:38 बड़ी और मुख्य आज्ञा तो यही है।
22:38 This is the first and great commandment.
22:39 और उसी के समान यह दूसरी भी है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख।
22:39 And the second is like unto it, Thou shalt love thy neighbour as thyself.
22:40 ये ही दो आज्ञाएं सारी व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं का आधार है॥
22:40 On these two commandments hang all the law and the prophets.
22:41 जब फरीसी इकट्ठे थे, तो यीशु ने उन से पूछा।
22:41 While the Pharisees were gathered together, Jesus asked them,
22:42 कि मसीह के विषय में तुम क्या समझते हो? वह किस का सन्तान है? उन्होंने उस से कहा, दाऊद का।
22:42 Saying, What think ye of Christ? whose son is he? They say unto him, The son of David.
22:43 उस ने उन से पूछा, तो दाऊद आत्मा में होकर उसे प्रभु क्यों कहता है?
22:43 He saith unto them, How then doth David in spirit call him Lord, saying,
22:44 कि प्रभु ने, मेरे प्रभु से कहा; मेरे दाहिने बैठ, जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पांवों के नीचे न कर दूं।
22:44 The LORD said unto my Lord, Sit thou on my right hand, till I make thine enemies thy footstool?
22:45 भला, जब दाऊद उसे प्रभु कहता है, तो वह उसका पुत्र क्योंकर ठहरा?
22:45 If David then call him Lord, how is he his son?
22:46 उसके उत्तर में कोई भी एक बात न कह सका; परन्तु उस दिन से किसी को फिर उस से कुछ पूछने का हियाव न हुआ॥
22:46 And no man was able to answer him a word, neither durst any man from that day forth ask him any more questions.


Monday, 3 December 2018

यीशु को क्रूस पर चढाया जाना | Yeeshu Ko kroos Par Cadhaaya Jaana | Vah Sataaya Gaya | Vah Sahata Raha | Apana Munh Na Khola | She was tortured, she remained cooperative

वह सताया गया |वह सहता रहा |
अपना मुंह न खोला |
          
 यीशु को क्रूस पर चढाया जाना
मेरे प्यारे भाई बहन पास्टर  प्रचारक और मेरे युवा मित्र साथीयो आप सभी 
को प्रभु यीशु मशीह के मधुर एवम मीठे नाम में जय मसीह की कहता हूँ। 
 यूहन्ना  अध्याय 19 पर लेख लिखा गया है 
इस पर पीलातुस ने यीशु को लेकर कोड़े लगवाए। और सिपाहियों
ने कांटों का मुकुट गूंथकर उसके सिर पर रखा और उसे बैंजनी
 वस्त्र पहिनाया। और उसके पास आ आकर कहने लगे हे यहूदियों

के राजा प्रणाम! और उसे थप्पड़ भी मारे।
पीलातुस ने फिर बाहर निकलकर लोगों से कहा देखो मैं उसे तुम्हारे पास 
फिर बाहर लाता हूं; ताकि तुम जानो कि मैं कुछ भी दोष नहीं पाता।”
यीशु कांटों का मुकुट और बैंजनी वस्त्र पहिने हुए बाहर निकला और
 पीलातुस ने उन से कहा, “ देखो, यह पुरूष।” जब महायाजकों और 
प्यादों ने उसे देखा तो चिल्लाकर कहा उसे क्रूस पर चढ़ा क्रूस पर:
पीलातुस ने उन से कहा तुम ही उसे लेकर 
क्रूस पर चढ़ा क्योंकि मैं उस में दोष नहीं पाता।


यहूदियों ने उस को उत्तर दिया हमारी भी व्यवस्था है और उस 
व्यवस्था के अनुसार वह मारे जाने के योग्य है क्योंकि उस
 ने अपने आप को परमेश्वर का पुत्र बनाया। ”
जब पीलातुस ने यह बात सुनी तो और भी डर गया। और फिर
 किले के भीतर गया और यीशु से कहा तू कहां का है ?
परन्तु यीशु ने उसे कुछ भी उत्तर न दिया
पीलातुस ने उस से कहा मुझ से क्यों नहीं बोलता? क्या तू 
नहीं जानता कि तुझे छोड़ देने का अधिकार मुझे है और तुझे
 क्रूस पर चढ़ाने का भी मुझे अधिकार है
यीशु ने उत्तर दिया यदि तुझे ऊपर से न दिया जाता तो 
तेरा मुझ पर कुछ अधिकार न होता; इसलिये जिस ने मुझे 
तेरे हाथ पकड़वाया है उसका पाप अधिक है।
इस से पीलातुस ने उसे छोड़ देना चाहा, परन्तु यहूदियों ने चिल्ला
 चिल्लाकर कहा ले जा! ले जा! उसे क्रूस पर चढ़ा
पीलातुस ने उसे उन के हाथ सौंप दिया ताकि वह क्रूस पर चढ़ाया
 जाए॥ तब वे यीशु को ले गए। और वह अपना क्रूस उठाए हुए उस
 स्थान तक बाहर गया जो खोपड़ी का स्थान कहलाता है और
 इब्रानी में गुलगुता। वहां उन्होंने उसे क्रूस पर चढ़ाया।
इस के बाद यीशु ने यह जानकर कि अब सब कुछ हो चुका
 इसलिये कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो कहा मैं प्यासा हूं।
 वहां एक सिरके से भरा हुआ बर्तन धरा था सो उन्होंने सिरके 
में भिगोए हुए इस्पंज को जूफे पर रखकर उसके मुंह से लगाया।
जब यीशु ने वह सिरका लिया तो कहा पूरा हुआ
 और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए॥
और इसलिये कि वह तैयारी का दिन था यहूदियों 
ने पीलातुस से बिनती की कि उन की टांगे तोड़ दी 
जाएं और वे उतारे जाएं ताकि सब्त के दिन वे क्रूसों पर
 न रहें क्योंकि वह सब्त का दिन बड़ा दिन था।
सो सिपाहियों ने आकर पहिले की टांगें तोड़ीं तब दूसरे की 
भी जो उसके साथ क्रूसों पर चढ़ाए गए थे। परन्तु जब यीशु के

 पास आकर देखा कि वह मर चुका है, तो उस की टांगें न तोड़ीं। 
परन्तु सिपाहियों में से एक ने बरछे से उसका पंजर बेधा और 
उस में से तुरन्त लहू और पानी निकला।
यूसुफ ने पीलातुस से बिनती की कि मैं यीशु की लोथ को ले
जाऊं और पीलातुस ने उस की बिनती सुनी और वह आकर उस की लोथ ले गया। निकुदेमुस भी जो पहिले यीशु के पास रात को गया था पचास सेर के लगभग मिला हुआ गन्धरस और एलवा ले आया। तब उन्होंने यीशु की लोथ को लिया और यहूदियों के गाड़ने की रीति के अनुसार उसे सुगन्ध द्रव्य के साथ कफन में लपेटा। उस स्थान पर जहां यीशु क्रूस पर चढ़ाया गया था एक बारी थी और उस बारी में एक नई कब्र थी; जिस में कभी कोई न रखा गया था। सो यहूदियों की तैयारी के दिन के कारण उन्होंने यीशु को उसी में रखा, क्योंकि वह कब्र निकट थी। प्रभु आप सभी को इस वचन के द्वारा आशीष देवे
किसी ने मुछ से पुछा बड़े सुकुन में रहते हो
   ऐसा क्या करते हो?
मैंने भी कह दिया यीशु जिस हाल में रखता है ।
बस शुक्र अदा करता हूँ

आगे वचन देखे 

यहोवा परमेश्वर मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है; मैं किस से डरूं?
 यहोवा मेरे जीवन का दृढ़ गढ़ ठहरा है, मैं किस का भय खाऊं?
 The LORD is my light and my salvation; whom shall I fear? the LORD is the strength of my life; of whom shall I be afraid?
 जब कुकर्मियों ने जो मुझे सताते और मुझी से बैर रखते थे
मुझे खा डालने के लिये मुझ पर चढ़ाई की तब वे ही ठोकर खाकर गिर पड़े॥
 When the wicked, even mine enemies and my foes, came upon me to eat up my flesh, they stumbled and fell.
 चाहे सेना भी मेरे विरुद्ध छावनी डाले, तौभी मैं न डरूंगा
चाहे मेरे विरुद्ध लड़ाई ठन जाए, उस दशा में भी मैं हियाव बान्धे निशचिंत रहूंगा॥
 Though an host should encamp against me, my heart shall not fear: though war should rise against me, in this will I be confident.
 एक वर मैं ने यहोवा से मांगा है, उसी के यत्न में लगा रहूंगा
 कि मैं जीवन भर यहोवा के भवन में रहने पाऊं जिस से यहोवा
 की मनोहरता पर दृष्टि लगाए रहूं और उसके मन्दिर में ध्यान किया करूं॥
 One thing have I desired of the LORD, that will I seek after; that I may dwell in the house of the LORD all the days of my life, to behold the beauty of the LORD, and to enquire in his temple.
 क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा
 अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा।
 For in the time of trouble he shall hide me in his pavilion: in the secret of his tabernacle shall he hide me; he shall set me up upon a rock.
 अब मेरा सिर मेरे चारों ओर के शत्रुओं से ऊंचा होगा
और मैं यहोवा के तम्बू में जयजयकार के साथ बलिदान चढ़ाऊंगा और उसका भजन गाऊंगा॥
 And now shall mine head be lifted up above mine enemies round about me: therefore will I offer in his tabernacle sacrifices of joy; I will sing, yea, I will sing praises unto the LORD.
 हे यहोवा, मेरा शब्द सुन, मैं पुकारता हूं, तू मुझ पर अनुग्रह कर और मुझे उत्तर दे।
 Hear, O LORD, when I cry with my voice: have mercy also upon me, and answer me.
 तू ने कहा है, कि मेरे दर्शन के खोजी हो। इसलिये मेरा मन तुझ से कहता है, कि हे यहोवा, तेरे दर्शन का मैं खोजी रहूंगा।
 When thou saidst, Seek ye my face; my heart said unto thee, Thy face, LORD, will I seek.
 अपना मुख मुझ से न छिपा॥ अपने दास को क्रोध करके न हटा
तू मेरा सहायक बना है। हे मेरे उद्धार करने वाले परमेश्वर
मुझे त्याग न दे, और मुझे छोड़ न दे!
 Hide not thy face far from me; put not thy servant away in anger: thou hast been my help; leave me not, neither forsake me, O God of my salvation.
 मेरे माता पिता ने तो मुझे छोड़ दिया है,
 परन्तु यहोवा मुझे सम्भाल लेगा॥
 When my father and my mother forsake me, then the LORD will take me up.
 हे यहोवा, अपने मार्ग में मेरी अगुवाई कर
 और मेरे द्रोहियों के कारण मुझ को चौरस रास्ते पर ले चल।
 Teach me thy way, O LORD, and lead me in a plain path, because of mine enemies.
 मुझ को मेरे सताने वालों की इच्छा पर न छोड़
क्योंकि झूठे साक्षी जो उपद्रव करने की धुन में हैं मेरे विरुद्ध उठे हैं॥
 Deliver me not over unto the will of mine enemies: for false witnesses are risen up against me, and such as breathe out cruelty.
 यदि मुझे विश्वास न होता कि जीवितों की पृथ्वी पर
 यहोवा की भलाई को देखूंगा, तो मैं मूर्च्छित हो जाता।
 I had fainted, unless I had believed to see the goodness of the LORD in the land of the living.
 यहोवा की बाट जोहता रह; हियाव बान्ध और तेरा
 हृदय दृढ़ रहे; हां यहोवा ही की बाट जोहता रह!
 Wait on the LORD: be of good courage, and he shall strengthen thine heart: wait, I say, on the LORD.