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Sunday, 22 March 2020

दूसरी वाणी जिसे यीशु ने क्रूस कही | Second voice: what Jesus called the cross |मैं तुझ से सच कहता हूं; कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होग

दूसरी वाणी : जिसे यीशु ने क्रूस कही

लूका 23:43 "यीशु ने उस से कहा, मैं तुझ से सच कहता हूं; कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा॥

यीशु ने किससे और क्यों कहा: आज ही तू मेरे साथ स्वर्ग लोक में होगा ?
    बाइबिल हमे यह बताती है कि यीशु के साथ दो डाकू और क्रूस पर लटकाये गए थे । एक यीशु के दाहिनी ओर एक बाई ओर ।  जिस का वर्णन बाइबिल में इस प्रकार से है :
लुक 23:39-43 जो कुकर्मी लटकाए गए थे, उन में से एक ने उस की (यीशु ) निन्दा करके कहा; क्या तू मसीह नहीं तो फिर अपने आप को और हमें बचा। इस पर दूसरे ने उसे डांटकर कहा, क्या तू परमेश्वर से भी नहीं डरता? तू भी तो वही दण्ड पा रहा है। और हम तो न्यायानुसार दण्ड पा रहे हैं, क्योंकि हम अपने कामों का ठीक फल पा रहे हैं; पर इस ने कोई अनुचित काम नहीं किया।  तब उस ने कहा; हे यीशु, जब तू अपने राज्य में आए, तो मेरी सुधि लेना।
तब यीशु ने कहा :
लुक 23:43 यीशु ने उस से कहा, मैं तुझ से सच कहता हूं; कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा॥

      उपरोक्त वचन के अनुसार एक डाकू ने यीशु पर विश्वाश किया कि यीशु परमेश्वर है और दूसरे डाकू ने विश्वाश नही किया ।
जिसने विशवास किया ,उससे यीशु ने कहा : तू आज ही मेरे साथ स्वर्ग लोक में होगा ।

   प्रियो, इस वाणी से हमे यह शिक्षा मिलती है :
1. यीशु पर विश्वास करना कि वह परमेश्वर का पुत्र है ।
2. उस डाकू के समान अपने पापों को यीशु के आगे अंगीकार करना है ।
       प्रियो,  बाइबिल में यीशु मसीह ने कई उपदेश दिए विश्वास पर । जैसे यीशु ने कहा :

यूहन्ना 3:18,19 जो उस (यीशु) पर विश्वास करता है, उस पर दंड की आज्ञा नहीं होती, परन्तु जो उस पर विश्वास नहीं करता, वह दोषी ठहर चुका; इसलिये कि उस ने परमेश्वर के एकलौते पुत्र के नाम पर विश्वास नहीं किया।  और दंड की आज्ञा का कारण यह है कि ज्योति जगत में आई है, और मनुष्यों ने अन्धकार को ज्योति से अधिक प्रिय जाना क्योंकि उन के काम बुरे थे। " एक ओर वचन को पढ़े  जो मिलता है :

इब्रानियों 11:6" और विश्वास बिना उसे  प्रसन्न करना अनहोना है, क्योंकि परमेश्वर के पास आने वाले को विश्वास करना चाहिए, कि वह है; और अपने खोजने वालों को प्रतिफल देता है। " एक ओर वचन पड़ेंगे जो मिलता :

यूहन्ना 3:13,14" और जिस रीति से मूसा ने जंगल में सांप को ऊंचे पर चढ़ाया, उसी रीति से अवश्य है कि मनुष्य का पुत्र ( यीशु ) भी ऊंचे पर चढ़ाया जाए। ताकि जो कोई विश्वास करे उस में अनन्त जीवन पाए॥  "

       अर्थात अनंत जीवन ,स्वर्गीय जीवन पाने के लिए यीशु पर विश्वास करना जरूरी है । एक और वचन पढे जो मिलता है :

यूहन्ना 3:36 " जो पुत्र (यीशु ) पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है; परन्तु जो पुत्र (यीशु ) की नहीं मानता, वह जीवन को नहीं देखेगा, परन्तु परमेश्वर का क्रोध उस पर रहता है॥
   
      यदि यीशु पर विश्वास नही करते है तो परमेश्वर के क्रोध का सामना करना होगा । अर्थात नरक में डाला जाना ।एक ओर वचन को पढ़े जो मिलता है :

प्रिरितो के काम 16:30-31 और उन्हें बाहर लाकर कहा, हे साहिबो, उद्धार पाने के लिये मैं क्या करूं? उन्होंने कहा, प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास कर, तो तू और तेरा घराना उद्धार पाएगा।

    प्रियो, यदि आप पापों से उद्धार पाना चाहते है  और स्वर्गीय आशीष को, अनन्त जीवन को पाना चाहते है , तो यीशु मसीह पर विश्वास करना होगा कि वह परमेश्वर का पुत्र है और हमे हमारे पापों से उद्धार देने इस जगत में आया । और हमारे पापों के प्रायश्चित के लिए क्रूस पर बलिदान हुआ ।
   
प्रियो, जैसे उस डाकू ने  यीशु पर विश्वास  किया कि  यीशु परमेश्वर का पुत्र है और अपने पापों को यीशु के आगे अंगीकार किया । तो यीशु ने उससे कहा : आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा ।

विश्वास के लिये दो बातें जरूरी है । जैसा परमेश्वर का वचन कहता :

रोमियो 10:10" क्योंकि धामिर्कता के लिये मन से विश्वास किया जाता है, और उद्धार के लिये मुंह से अंगीकार किया जाता है।

एक और वचन की ओर आपका ध्यान ले जाना चाहती हूं :

1 यूहन्ना 1:9,10 यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह (यीशु ) हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है। यदि कहें कि हम ने पाप नहीं किया, तो उसे झूठा ठहराते हैं, और उसका वचन हम में नहीं है॥

प्रियो, जैसे एक डाकू ने अपने पापों को यीशु के आगे अंगीकार कर  स्वर्गीय राज्य को पाया । लेकिन दूसरे डाकू ने अपने पापों को यीशु के आगे काबुल न कर स्वर्गीय आशीष को खो दिया । वैसे ही आज बहुत से लोग अपने पापों में बने  हुए है और परमेश्वर की दया को ठुकरा रहे है ये बहुत ही दुख की बात है । ये वाणी उन्हें फिर से परमेश्वर की दया को याद दिला रही है कि वे पापों से मन फिराए ओर परमेश्वर की दया को प्राप्त करे ।

      उपरोक्त वचनों को जानने के बाद यदि आप यीशु पर विश्वास करते है और अपने पापों से उद्धार पाना चाहते है । और स्वर्गी राज्य में भागी होना चाहते है । और नरक के दंड से बचना चाहते है तो इसी वक़्त अपने अपने पापों को यीशु के आगे कबुल करे । मतलब अपने आप को यीशु के आगे सरेंडर करे। सरेंडर करने का मतलब। जैसे एक सैनिक दूसरे देश के बॉर्डर पर यदि दूसरे देश के सैनिकों से घिर जाए तो वह अपनी जान बचाने के लिए अपने आप को सरेंडर करता है अर्थात  वह अपनी बंदूक,बैग, और जो कुछ भी उसके पास होता है उसे जमीन पर फैक कर दोनों हाथों को ऊपर करता तब दूसरे देश के सैनिक उस पर गोली नही चलते । उसी प्रकार जितने अपने पापों को यीशु के आगे डाल देते है जितने पापों से मन फिरते है और  उसे अपना उद्धारकर्ता स्वीकार करते है । तब यीशु उनके पापों को क्षमा करेगा । और उनको  स्वर्गीय राज्य के लिए चुन लेगा । प्रियो ,इसी वक्त अपना जीवन प्रभु यीशु को दे । ताकि स्वर्गीय आशीष को पा सको ओर नरक के दंड से बच सको । परमेश्वर इस वचन के द्वारा आप सभों को बहुत बहुत आशीष दे । आमीन

     

Saturday, 2 February 2019

YESHU NAMAK PANI ES PANI KO PIYO OR AMAR HO JAO Water named Jesus

यीशु नामक पानी 
    प्रभु यीशु मसीह के मधुर और मीठे नाम मे आप सभी भाईओ बहनों पास्टर 
उपदेशक और युवा मित्र साथियों कॊ जय मसीह कई कहता हूँ 

आप लोगो ने बहुत पानी का नाम सुना होगा 
जो भिँय भिँय कार्यों मे काम आता हैं 

लेकीन मै आप सब कॊ एक येसे पानी का नाम बताऊँगा जिससे पी कर आप हमेशा
 के लिये अमर हो जायेंगे हमेशा के लिये जीवित रहेंगे.

      आप लोगो ने सुना होगा टीवी मे देखा होगा की अमृत पीने से मनुष्य जो हैं ओ अमर हो जाता हैं.
      पहली बात तो ये साच्च नहीँ हैं सही नहीँ हैं और मान लो सही भी हैं तो आप कॊ अमृत कहाँ मिलेगा ?

    हम पहले देख चुके हैं टीवी मे की लोग अमृत पाने के लिये क्या क्या करते हैं.
     काई काई  वर्ष पहाडो पर जा कर तपस्या करते हैं उपवास करते हैं कइओं सालो तक ,बली देते हैं
 अमृत कॊ पाने के लिये भीर भी कोई भरोसा नहीँ की उनको अमृत मील जायेगा.

लेकीन प्रियाओं आप सब कॊ ये करने की जरुर नहीँ हैं ना ही आप कॊ पहाडो पर जाना हैं 
और ना ही आप कॊ बली देना हैं और ना ही आप कॊ तपस्या करना हैं 

   तो करना क्या हैं 

 आप कॊ बस ये करना हैं की आप कॊ अपना जीवन यीशु कॊ देना हैं 
   उसके आज्ञा कॊ बनना हैं उसके कहे वचनों पर विश्वाश करना हैं उसके साथ
 पवित्रा के साथ जीवन बिताना हैं लोगो कॊ यीशु के बारे मे बताना हैं 
    
   भीर जब आप ये सब करेंगे तो यीशु आप कॊ पानी पिलायेंगे 
   ओ पानी का नाम हैं 
"यीशु नामक पानी" 
    जी हाँ  यीशु नामक पानी पीने से आपस अमर हो जायेंगे 
यीशु ने कहाँ हैं यूहन्ना 4 अध्याय के 14 पद मे  की 

परन्तु जो कोई उस जल में से पीएगा जो मैं उसे दूंगा, वह फिर अनन्तकाल तक
 प्यासा न होगा: वरन जो जल मैं उसे दूंगा, वह उस में एक सोता बन जाएगा जो
 अनन्त जीवन के लिये उमड़ता रहेगा।

  जी मेरे प्रियाओं ओ एक सोता बन जायेगा और ओ 
अनन्त जीवन के लिये रहेगा आप के पास.

तो मेरे दोस्तो अपना जीवन प्रभु कॊ दीजिये अपने मुँह से कहते रहे जाहे जहाँ 
भी रहे क्योंकि प्रभु ने आप कॊ ओ जल दे दिये हैं तो आप उनका धन्यवाद इस प्रकार से करे.




धन्यवाद यीशु , धन्यवाद यीशु, धन्यवाद यीशु,
धन्यवाद यीशु , धन्यवाद यीशु, धन्यवाद यीशु,धन्यवाद यीशु , धन्यवाद यीशु, धन्यवाद
 यीशु,धन्यवाद यीशु , धन्यवाद यीशु, धन्यवाद यीशु, अनगिनत बार बोलते रहे


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Sunday, 20 January 2019

Shaitan Ne Yahova Ko Uttar Diya Kya Aayob Prameshawar Ka BHAY Bina Labh Ke Mantaa hai

अय्यूब 1:9 Job 1:9
शैतान ने यहोवा को उत्तर दिया,"क्या अय्यूब परमेश्वर का भय बिना लाभ के मानता है ?

मसीह में भाईयो और बहनों सबको जय मसीह की ! 
प्रभु का धन्यवाद आज के इस सुंदर वचन के लिये ! 

आज हम देखे तो हम सब बहुत बड़े स्वार्थी है ! हम सिर्फ और सिर्फ अपने बारे में ही सोचते है !
 हम हर चीज़ में हर बात में बस अपना मतलब ढूँढते है ! यहाँ तक की हम अपने प्रभु के साथ 
जो रिश्ता कायम करते है, उसमे भी हमारा हर समय स्वार्थ ही होता है 

.हम जब प्रार्थना करते है तो पहले तो एक लम्बी चौड़ी लिस्ट होती है हमारे पास, प्रभु हमे यह चाहिये 
ऐसा करदो वैसा करदो ! हम अपनी इच्छाओं  को पूरा करने के लिये, अपने जरूरतों के लिये अपनी
 मनोकामनाओं के लिये ही प्रभु से प्रार्थना करते है ! हम अपनी इच्छाओं को तो हर रोज़ प्रभु को बताते है ! 
लेकिन कभी क्या हमने यह जानने की कोशिश की, कि प्रभु कि क्या इच्छा है

हम तो प्रभु से अनगिणित  चीजे चाहते ह पर प्रभु हम से क्या चाहता है, कभी हमने सोचा है ? 
इतना ही नही  हम जब प्रभु के घर भी जाते है अपनी बहुत सारी माँगे तो प्रभु के सामने रख आते है
और कुछ लोग तो शर्ते भी रख आते है, ऐसा हो जाएगा तो हम ऐसा करेगे, वगेरह  - वगेरह  ! 
 पर मज़े की बात तो यह है अपनी लिस्ट प्रभु को देने के चक्कर में हम प्रभु की तरफ़ देखते भी नही ! 
जबकि प्रभु चाहता है, कि हम उससे बाते करे उससे अपनी बाते कहे और उसकी भी सुने !
 प्रभु चाहता है कि उसका और हमारा प्यार मतलबी न हो और देखा जाए तो ऐसा तो कोई
 भी नही चाहता की उनका किसी के भी साथ प्यार मतलबी हो ! 
आज हम वचन में देखते है कि अय्यूब का प्यार यहोवा के साथ मतलबी नही था 
वो बिना किसी लाभ के यहोवा का भय मानता था ! शैतान यहोवा से कहता है कि
 तूने अभी तक अय्यूब को आशीष  ही दी है, इसी लिये वो तेरा भय मानता है ! 
लकिन उसकी आशीशे  वापिस लेकर देख वो तेरी निन्दा करेगा ! लकिन 
अय्यूब पर कितनी ही विपितिया आई पर उसके मुँह से कभी यहोवा के विरुद्ध
 कोई बात नही निकाली, पर धन्यवाद ही निकला ! 
पर हमे थोड़ा सा कोई दुख, कोई तकलीफ, कोई परेशानी आई नही कि हम शुरू हो जाते है
 प्रभु के विरूध्द बूढ़बुडाने ! लकिन आज हमे अपने स्वभाव में बदलाव लाने की ज़रूरत है ! 
अय्यूब की तरह बिना लाभ के प्रभु का भय मानने की ज़रूरत है ! प्रभु यीशु मसीह बहुत 
जल्द आनेवाला है ! प्रभु हमे इस वचन से आशीष करे ! आमीन ! 
धन्यवाद !


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Friday, 4 January 2019

Prameshawar Ke Sath Baatcheet Karna Interact with God || परमेश्वर के साथ बातचीत करना

 परमेश्वर के साथ बातचीत करना

हमने देखा कि यह  महज़ एक कल्पना करने की बात नहीं है। दरअसल, मूसा ने वाकई परमेश्वर से बातें की थीं। हमारे बारे में क्या? अब परमेश्वर इंसानों से बातें करने के लिए अपने फरिश्ते नहीं भेजता। लेकिन आज हमारे साथ बातचीत करने का परमेश्वर के पास एक बेहतरीन ज़रिया है। हम परमेश्वर की बातें कैसे सुन सकते हैं? पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है, इसलिए जब हम उसका वचन बाइबल पढ़ते हैं, तो हम परमेश्वर की बातें सुन रहे होते हैं।  भजनकार ने परमेश्वर के सेवकों से गुज़ारिश की कि वे “रात दिन” उसका वचन पढ़ें। इसके लिए हमें बहुत यत्न करने की ज़रूरत होगी। लेकिन हमारी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। क्योंकि जैसा बाइबल हमारे स्वर्गीय पिता की तरफ से एक अनमोल खत की तरह है। तो इसे पढ़ना सिर्फ एक खानापूर्ति नहीं होनी चाहिए। इसे पढ़ते वक्‍त हमें इसे सजीव बनाने की कोशिश करनी चाहिए। हम यह कैसे कर सकते हैं? बाइबल की घटनाओं को पढ़ते वक्‍त कल्पना कीजिए कि आप खुद वहाँ मौजूद हैं। उसमें बताए किरदारों को देखने की कोशिश कीजिए। उनकी संस्कृति, उनके हालात, और उनके इरादों को समझने की कोशिश कीजिए। उसके बाद जो आपने पढ़ा है उस पर गहराई से सोचिए। खुद से ऐसे सवाल पूछिए यह घटना मुझे परमेश्वर के बारे में क्या सिखाती है? मैं उसके किस गुण को यहाँ देख सकता हूँ? परमेश्वर कौन-सा सिद्धांत मुझे सिखाना चाहता है और मैं इसे अपनी ज़िंदगी में कैसे लागू कर सकता हूँ?’ पढ़िए, मनन कीजिए और उस पर अमल कीजिए। जब आप ऐसा करेंगे, तो परमेश्वर का वचन पढ़ने में और भी दिलचस्प लगेगा और उसमें जान आ जाएगी।परमेश्वर “विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास” के ज़रिए भी हमसे बातें करता है। जैसे यीशु ने भविष्यवाणी की थी, संकट भरे इन अंतिम दिनों में, “समय पर  . . भोजन” देने के लिए अभिषिक्त भाइयों से बना एक छोटा-सा

Wednesday, 26 December 2018

DO YOU WANT JESUS TO COME TO YOUR HOME THIS CHRISTMAS

PROPHET BAJINDER SINGH MINISTRY
THE CHURCH OF GLORY AND WISDOM
आप सबको प्रोफेट बजिंद्र सिंह जी की और से क्रिसमस और नये वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए
क्या आप चाहते है क्रिसमस पर प्रभु यीशु मसीह आपके घर आए । प्रभु नये वर्ष मे उन लोगो के घर आएगा जो खुशखबरी का मैसेज पास करते है ।
प्रभु यीशु मसीह चरवाहो के घर इसलिए पैदा हुआ। क्योकि उस समय चरवाहे ही लोगो का मैसेज लेकर दूर दूर जाते थे ।
परमेश्वर ने भी अपने बेटे के मैसेज को पहुचाने के लिए चरवाहो को चुना ।
जो क्रिसमस के मौके पर लोगो को सुसमाचार सुना कर प्रभु यीशु मसीह उधारकर्ता का मैसेज पास रहे है ।
प्रभु के स्वर्गदूत उनके घर मे खुशियाँ लेकर आ रहे है । लोग शरीर मे क्रिसमस मनाते है । हम आत्मा मे सेलिब्रेशन करेंगे
आप लोगो को जाकर इनवीटेशन दो । प्रभु यीशु मसीह उधारकर्ता का मैसेज पास करो । जितने इस क्रिसमस पर ग्लोरी एण्ड विस्डम चर्च मे शामिल होंगे
प्रभु उन सब को आशीष देने के लिए जा रहा है ।
और इस दिन प्रोफेट जी आपके लिए प्रार्थना करके प्रभु से आपको बरकतो का चंगाई और छुटकारे का गिफ्ट दिलाएंगे ।
DO YOU WANT JESUS TO COME TO YOUR HOME THIS CHRISTMAS .THOSE WHO PASSING GOOD NEWS JESUS WILL COME TO THEIR IN THIS YEAR.
WHEN JESUS WAS BORN. ANGELS APPEARED TO THE SHEPHERED FIRST.BECAUSE ON THAT TIME SHEPHRED WAS THE WAY TO SAW THE MASSAGE.
GOD CHOOSE SHEPHERD TO PASSING HIS SON MASSAGE
THOSE WHO PASSING THE MASSAGE


THOSE WHO PASSING THE MASSAGE OF JESUS BY GIVING GOOD NEWS TO THE OTHER ON CHRISTMAS
GOD ANGELS WILL BRING HAPPINESS TO. THEIR HOUSE . PEOPLE CELEBRATE CHRISTMAS IN BODY WE WILL CELEBRATE IN SPIRIT.
YOU GO TO THE PEOPLE AND GIVE THEM INVITATION THOSE WHO COME TO CHURCH OF GLORY AND WISDOM ON THIS CHRISTMAS.
GOD WILL GOING TO BLESS ALL OF THEM
ON THAT DAY PROPHET BAJINDER SINGH WILL GIVE YOU GIFT OF GOODNESS , DELIVRANCE FROM GOD