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Friday, 18 April 2025

यीशु जिंदा हो गया देखो ओ यहां नहीं है परन्तु ओ मुर्दों में से जी उठा है

 यीशु जिंदा हो गया देखो ओ यहां नहीं है परन्तु ओ मुर्दों में से जी उठा है 
मरकुस 16 का एक 
जब सब्त का दिन बीत गया, तो मरियम मगदलीनी और याकूब की माता मरियम और शलोमी ने सुगन्धित वस्तुएं मोल ली, कि आकर उस पर मलें।
मरकुस 16 का दो 
और सप्ताह के पहिले दिन बड़ी भोर, जब सूरज निकला ही था, वे कब्र पर आईं।
मरकुस 16: का तीन 
और आपस में कहती थीं, कि हमारे लिये कब्र के द्वार पर से पत्थर कौन लुढ़ाएगा?
मरकुस 16 : 4
जब उन्हों ने आंख उठाई, तो देखा कि पत्थर लुढ़का हुआ है! क्योंकि वह बहुत ही बड़ा था।
मरकुस 16: 5
और कब्र के भीतर जाकर, उन्हों ने एक जवान को श्वेत वस्त्रा पहिने हुए दहिनी ओर बैठे देखा, और बहुत चकित हुई।
मरकुस 16: 6
उस ने उन से कहा, चकित मत हो, तुम यीशु नासरी को, जो क्रूस पर चढ़ाया गया था, ढूंढ़ती हो: वह जी उठा है; यहां नहीं है; देखो, यही वह स्थान है, जहां उन्हों ने उसे रखा था।
मरकुस 16: 7
परन्तु तुम जाओ, और उसके चेलों और पतरस से कहो, कि वह तुम से पहिले गलील को जाएगा; जैसा उस ने तुम से कहा था, तुम वही उसे देखोगे।
मरकुस 16: 8
और वे निकलकर कब्र से भाग गईं; क्योंकि कपकपी और घबराहट उन पर छा गई थीं और उन्हों ने किसी से कुछ न कहा, क्योंकि डरती थीं।।
मरकुस 16: 9
सप्ताह के पहिले दिन भोर होते ही वह जी उठ कर पहिले पहिल मरियम मगदलीनी को जिस में से उस ने सात दुष्टात्माएं निकाली थीं, दिखाई दिया।
मरकुस 16: 10
उस ने जाकर उसके साथियों को जो शोक में डूबे हुए थे और रो रहे थे, समाचार दिया।
मरकुस 16: 11
और उन्हों ने यह सुनकर की वह जीवित है, और उस ने उसे देखा है प्रतीति न की।।
मरकुस 16: 12
इस के बाद वह दूसरे रूप में उन में से दो को जब वे गांव की ओर जा रहे थे, दिखाई दिया।
मरकुस 16: 13
उन्हों ने भी जाकर औरों को समाचार दिया, परन्तु उन्हों ने उन की भी प्रतीति न की।।
मरकुस 16: 14
और उस ने उन से कहा, तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो।
मरकुस 16: 15
जो विश्वास करे और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो विश्वास ने करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा।
मरकुस 16: 16
और विश्वास करनेवालों में ये चिन्ह होंगे कि वे मेरे नाम से दुष्टात्माओं को निकालेंगे।
मरकुस 16: 17
नई नई भाषा बोलेंगे, सांपों को उठा लेंगे, और यदि वे नाशक वस्तु भी पी जांए तौभी उन की कुछ हानि न होगी, वे बीमारों पर हाथ रखेंगे, और वे चंगे हो जाएंगे।
मरकुस 16: 18
निदान प्रभु यीशु उन से बातें करने के बाद स्वर्ग पर उठा लिया गया, और परमेश्वर की दहिनी ओर बैठ गया।
मरकुस 16: 19
और उन्हों ने निकलकर हर जगह प्रचार किया, और प्रभु उन के साथ काम करता रहा, और उन चिन्हों के द्वारा जो साथ साथ होते थे वचन को, दृढ़ करता रहा। आमीन।।

                                                      

Saturday, 12 April 2025

Ash Wednesday राख बुधवार का महत्व और उसके अर्थ

राख बुधवार का महत्व और उसके अर्थ

राख बुधवार, जिसे एश वेंडनस्डे भी कहा जाता है, ईसाई धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन है। यह लेंट के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है, जो 40 दिन का उपवास है, जो ईस्टर से पहले आता है। इस दिन का धार्मिक महत्व बहुत गहरा है, और इसे दुनिया भर में बड़े श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।

इस दिन, विश्वासियों को चर्च में जाकर राख के साथ चिन्हित किया जाता है। यह राख, पाम संडे से बचे हुए सूखे ताड़ के पत्तों से बनाई जाती है। इस प्रक्रिया में, पादरी  विश्वासियों के माथे पर 'आप मिट्टी हैं और मिट्टी में लौटेंगे' शब्दों के साथ राख का संघटक करते हैं। इस रेखाश्रृंखला का उद्देश्य आत्म-प्रवचन और पश्चात्ताप को प्रेरित करना है।

राख बुधवार का एक और महत्वपूर्ण पहलू है उपवास की अवधि की शुरुआत। यह समय आत्म-नियंत्रण और आत्म-विश्लेषण के लिए है। बहुत से लोग इस दौरान मांस, शराब या किसी विशेष खाद्य पदार्थ का त्याग करते हैं। उपवास का यह अद्भुत प्रदर्शन न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए है, बल्कि आध्यात्मिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है।

धार्मिक समुदाय इस दिन के दौरान प्रार्थना और ध्यान को बढ़ाने के महत्व को समझते हैं। लोग अपनी दिनचर्या में ध्यान और प्रार्थना को शामिल करते हैं, जिससे उनकी आत्मा को शांति मिलती है। कुछ लोग इस दिन को अपने परिवार और दोस्तों के साथ बिताने का निर्णय लेते हैं, जिससे साझा करने और एकजुटता का अनुभव होता है।

इसके अलावा, राख बुधवार का प्रभाव समाज पर भी पड़ता है। यह दिन न केवल व्यक्तिगत आत्म-reflection का अवसर देता है, बल्कि सामूहिक एकता और सामाजिक जिम्मेदारी का भी प्रतीक है। लोग जरूरतमंदों की मदद करने के लिए दान करते हैं और जिनकी मदद की आवश्यकता है, उनके प्रति संवेदनशील बनते हैं।

अंततः, राख बुधवार सिर्फ ईसाई धार्मिक परंपरा का एक हिस्सा नहीं है, बल्कि यह आत्मा को गहराई से जानने और इसके वास्तविक मूल्य को पहचानने का एक अवसर है। यह दिन चिंता और हताशा के बीच एक स्थायी आशा का स्रोत बनाता है, जो सभी के लिए बदलाव की प्रेरणा देता है।

Happy Palm Sunday Blessings | पाम संडे बाइबल वचन - यीशु के विजयी प्रवेश पर

 पाम संडे बाइबल वचन - यीशु के विजयी प्रवेश पर शास्त्र | Happy Palm Sunday Blessings 

पाम संडे ईस्टर से पहले का रविवार है जो पवित्र सप्ताह की शुरुआत करता है। यह वह दिन है जिस दिन हम यीशु के यरूशलेम में उद्धारकर्ता और राजा के रूप में प्रवेश करने के दिन को याद करते हैं और मनाते हैं। जब यीशु गधे पर सवार होकर यरूशलेम में प्रवेश कर रहे थे, तो एक बड़ी भीड़ इकट्ठा हुई और उन्होंने सड़क पर खजूर की शाखाएँ और अपने लबादे बिछा दिए, जिससे यीशु को शाही सम्मान मिला। सैकड़ों लोगों ने चिल्लाया, "दाऊद के बेटे को होसाना! धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है! सर्वोच्च स्वर्ग में होसाना!" हमें उम्मीद है कि पाम संडे, भविष्यवाणी के शास्त्रों और विजयी प्रवेश के बारे में ये बाइबिल छंद आपको मसीह को राजाओं के सच्चे राजा के रूप में जानने के लिए प्रेरित करेंगे!

पाम संडे के लोकप्रिय शास्त्र

मत्ती 21:5 - "सिय्योन की बेटी से कहो, 'देख, तेरा राजा तेरे पास आ रहा है, वह दीन है, और गदहे पर, वरन बोझा ढोनेवाले बच्चे पर चढ़ा हुआ है।'"

यूहन्ना 12:13 - तब वे खजूर की डालियाँ लेकर उससे भेंट करने को निकले, और पुकारने लगे, “होशाना! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम से आता है, अर्थात् इस्राएल का राजा!”

मत्ती 21:10-11 - जब यीशु ने यरूशलेम में प्रवेश किया, तो सारे नगर में हलचल मच गई और लोग पूछने लगे, “यह कौन है?” लोगों ने उत्तर दिया, “यह गलील के नासरत का भविष्यद्वक्ता यीशु है।”

जकर्याह 9:9 - हे सिय्योन, बहुत ही आनन्द कर! हे यरूशलेम, जयजयकार कर! देख, तेरा राजा तेरे पास आएगा; वह धर्मी और उद्धार पाया हुआ है, वह दीन है, और गदहे पर, वरन गदही के बच्चे पर चढ़ा हुआ आएगा।

भजन संहिता 118:25-26 - हे यहोवा, हम प्रार्थना करते हैं, हमें बचा! हे यहोवा, हम प्रार्थना करते हैं, हमें सफलता प्रदान कर! धन्य है वह जो यहोवा के नाम से आता है! हम यहोवा के घर से तुम्हें आशीर्वाद देते हैं।

लूका 19:28-44 - यीशु राजा के रूप में यरूशलेम आता है

यीशु ने यह कहकर यरूशलेम की ओर आगे बढ़कर आगे की यात्रा की। जब वह जैतून नामक पहाड़ पर बैतफगे और बैतनियाह के पास पहुँचा, तो उसने अपने चेलों में से दो को यह कहकर भेजा, “अपने सामने के गाँव में जाओ, और वहाँ पहुँचते ही तुम्हें एक गदही का बच्चा बँधा हुआ मिलेगा, जिस पर कभी कोई सवार नहीं हुआ। उसे खोलकर यहाँ ले आओ। यदि कोई तुम से पूछे, ‘तुम इसे क्यों खोलते हो?’ तो कहना, ‘प्रभु को इसका प्रयोजन है।’”

जो लोग आगे भेजे गए थे, उन्होंने जाकर वैसा ही पाया जैसा उसने उनसे कहा था। जब वे उस बछेड़े को खोल रहे थे, तो उसके मालिकों ने उनसे पूछा, “तुम इस बछेड़े को क्यों खोल रहे हो?” उन्होंने उत्तर दिया, “प्रभु को इसकी आवश्यकता है।” वे उसे यीशु के पास ले आए, अपने कपड़े उस पर डाल दिए और यीशु को उस पर बिठा दिया। जब वह आगे बढ़ रहा था, तो लोगों ने अपने कपड़े रास्ते में बिछा दिए।

जब वह उस स्थान के पास पहुंचा जहां जैतून पहाड़ से नीचे जाने वाली सड़क है, तो शिष्यों की पूरी भीड़ ने उन सभी चमत्कारों के लिए जो उन्होंने देखे थे, खुशी से ऊंची आवाज़ में परमेश्वर की स्तुति की: “धन्य है वह राजा जो प्रभु के नाम से आता है!” “स्वर्ग में शांति और सबसे ऊँचे स्थान पर महिमा!” भीड़ में से कुछ फरीसियों ने यीशु से कहा, “गुरु, अपने शिष्यों को डाँटें!” “मैं तुमसे कहता हूँ,” उसने उत्तर दिया, “यदि वे चुप रहें, तो पत्थर चिल्ला उठेंगे।”


जब वह यरूशलेम के पास पहुंचा और शहर को देखा, तो वह उसके लिए रोया और कहा, "काश, तुम, तुम ही, इस दिन जानते कि तुम्हें शांति कैसे मिलेगी - लेकिन अब यह तुम्हारी आँखों से छिपा हुआ है। वे दिन तुम्हारे ऊपर आएंगे जब तुम्हारे दुश्मन तुम्हारे खिलाफ़ एक बाँध बनाएंगे और तुम्हें घेर लेंगे और हर तरफ़ से तुम्हें घेर लेंगे। वे तुम्हें और तुम्हारी दीवारों के भीतर के बच्चों को ज़मीन पर पटक देंगे। वे एक पत्थर भी दूसरे पर नहीं छोड़ेंगे, क्योंकि तुमने परमेश्वर के तुम्हारे पास आने के समय को नहीं पहचाना।"




Sunday, 16 August 2020

Everyone gets time to change life, but life does not get to change time

वक़्त सबको मिलता है, जिंदगी बदलने के लिए, 
पर जिंदगी दोबारा नहीं मिलती वक़्त बदलने के लिए*। 
इस संसार के सदृश्य न बनो, परंतु तुम्हारे मन के नये हो जाने से तुम्हारा चाल चलन भी बदलता जाये
 जिससे तुम परमेश्वर की भली और भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो। रोमियो 12:2, 
 क्योंकि वह, अपनी शक्ति के उस प्रभाव के अनुसार जिसके द्वारा वह सब वस्तुओं को अपने वश में कर सकता है,
 हमारी दीन हीन देह का रूप बदलकर , अपनी महिमा की देह के अनुकूल बना देगा। फिलि 3:21,
 इसलिए अवसर को बहुमूल्य समझो, क्योंकि जिंदगी न मिलेगी दोबारा। कुलु 4:5.

  *किसी को खोकर ही उसकी कीमत समझ में आती है, चाहे वह रिश्ता हो या कोई वस्तु,
 इसलिए वक़्त रहते उसकी कद्र जरूर करें, क्योंकि वक़्त निकल गया तो सिर्फ पछतावा ही बचता है।*

 वह तुच्छ जाना जाता, और मनुष्यों का त्यागा हुआ था, वह दुःखी पुरूष था, रोग से उसकी जान
 पहिचान थी, और लोग उससे मुँह फेर लेते थे, वह तुच्छ जाना गया, और हमने उसका मूल्य 
न जाना। यशा 53:3, और जिन पर परमेश्वर ने प्रगट करना चाहा, कि उन्हें ज्ञात हो कि
 अन्यजातियों में उस भेद की महिमा का मूल्य क्या है, और वह यह है कि मसीह जो महिमा 
की आशा है, तुम में रहता है।कुलु 1:27, लोग होठों से तो मेरा आदर करते हैं, पर उनका मन 
मुझसे दूर रहता है। मत्ती 15:8 ,किसी दूसरे के द्वारा उद्धार नहीं, क्योंकि स्वर्ग के नीचे मनुष्यों
 में और कोई दूसरा  नाम नहीं दिया गया है, जिसके द्वारा हम उद्धार पा सकें। प्रेरितों के काम 4:12.


भोर की प्रार्थनाओं का क्या महत्व होता हैं.....?*

1) भोर की प्रार्थना अतिआवश्यक होती हैं, क्योंकि प्रार्थना के द्वारा सैतान से मुलाक़ात करने से पहले आप अपने प्रभु से मुलाक़ात करतें हैं l 
2  आपकी जिन्दगी की परिस्थितियों से भेंट होने से पूर्व आपकी मुलाकात आपके परमेश्वर से हो जाती हैं l 

3) बहुत से लोगों से बातचीत करने से पहले आप अपने प्रभु से बातें करतें हो l  

4) अन्य लोगों के संग संगती करने से पहले आप अपने प्रभु के साथ संगती करते हो l  

5)  संसार की कोई भी ताज़ा ख़बर सुनने से पहले आप स्वर्गीय  ख़बर को प्राप्त कर लेते हैं l 

6) लोगो के सामने बैठने से पहले आप अपने प्रभु के सामने बैठते हो l 

7) इससे पहले की आपको किसी मनुष्ये के सामने घुटने झुकाने पड़ें, आप अपने प्रभु के सामने घुटनों पर आ जाते हो l  

8) प्रार्थना के द्वारा किसी भी मनुष्य को आदर सम्मान देने से पहले आप अपने प्रभु को आदर सम्मान देतें हो l 

9)  प्रार्थना के द्वारा आप किसी भी मनुष्य की उपस्थिति में जाने से पहले आप अपने प्रभु की उपस्थिति में जाते  हैं l 

10) प्रार्थना के द्वारा आप अपने शरीर को भोजन देने से पहले अपनी आत्मा को भोजन देते हैं l 

11) और अन्य छोटे-छोटे नामों को लेने से पहले प्रार्थना के द्वारा यीशुवा को पुकारते हो l 

12) इससे पहले की आप अपने आपको आईने  में देखें  प्रार्थना के द्वारा आप अपने प्रभु यीशुवा को देखते हो l 

13) प्रार्थना के द्वारा आप अपने घर आँगन की सफाई करने से पहले अपने हृदय को साफ़ करते हो l 

अतः प्रियों, भोर को उठकर अपने मुखों को खोलें और प्रभु के संग संगती करें!!!!!!!!!

प्रार्थना एक बहुत ही प्रभावशाली हथियार हैं, एक वो हथियार जो आपके हाथों में हैं l  आपके मुख में सामर्थ हैं, जाग उठों, और अपने आपको शशक्त करने के लिए इस समर्थ का उपयोग करें!!!!!!

प्रभु आपको बहुतायत से आशीषें दें!


Thursday, 28 February 2019

क्या आपके शाप आपके जीवन को उन्नति करने मे बाधा डालता है

प्रभु यीशु के मधुर और मीठे नाम में जय मसीह की
जरा इन    वचनो को ध्यान से पढे 

       " मै ने तुम्हारे जुए को तोड डाला है  और तुम को सीधा करके चलाया है ।" ( लैव्यव्यवस्था  26 :13 )

  क्या आपके शाप आपके जीवन को उन्नति करने मे बाधा डालता है  ?  क्या आपके आत्मिकजीवन के अगले स्तर को बढने के दासत्व मे बंधे पडे है  ? प्रभु जो आपके जुए और बंधनो को तितर बितर कर देगा और आपको जयवंत करेगा । 

   क्या आप परेशान होकर यह कह रहे हैं,  "मैं जीवन में सफल नही हो पाऊंगा /पाऊँगी;  मैं अपने जीवन में उन्नति करने में असमर्थ हूं; मेरे अच्छे कमाने के बावजूद खर्च करने या बचाने के लिए मेरे पास पैसे नही है ...मुझे अपने व्यापार में पैसे डालने के लिए पैसे नहीं है  ?"

      सर्वशक्तिमान प्रभु कहता है,  "मेरे प्रियो बेटे / बेटी मैं तुम्हारा प्रभु हूं जो तुम्हारे जुए को तोडता हूं । तुम्हे अपनी तरफ से कोशिश करने की जरूरत नही है, यह सोचकर कि अपनी तरफ से चीजो को प्राप्त कर कर सकूंगा /सकूंगी । मै तुम्हारे लिए सब कुछ पूरा करूंगा" 
         शायद आप एक निराशाजनक स्थिति में है । आपके रिश्तेदार आपके बारे मे यह कहते होंगे, कोई भी इसके जीवन को ठीक नही कर सकता । जिन लोगों पर आपने भोरोसा रखा था वे कहते होंगे,  "मै ने अपनी तरफ से बहुत कोशिश की । मुझे माफ करना,  मै तुम्हारी मदद करने में असमर्थ हूं । आपके लिए एक आशा है । यह प्रभु यीशु है । स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार उसे दिया गया है ।" ( मत्ती  28 :18 )वह आपके बंधनो को तोड देगा और आपको छुटकारा देगा । 
       "प्रभु कहता है,  मैं तेरी मदद करूंगा । मैं कभी बदलता नहीं । प्रभु आपको आशीषित करेगा आपके बंधनो और दासत्व को तोड़ेगा और आपको छुटकारा देगा ।"  ( यशायाह  10 :27 ;  2 कुरिन्थियों  3 :17 )
     मेरे प्रियजनो, आज प्रभु को अपना ह्दय खोलें जिससे कि वह आपके जीवन की एक गुलाब की तरह प्रफुल्लित करे और सूसन के फूलो की तरह फूलेगा । अपने जीवन को उसके हाथो मे दे दें । तब यह  महिना  आपके लिए एक आशीषित महिना होगा । 

प्रभु आप सभी को इस वचन के द्वारा आशीष देवे
बाइबल यहाँ से खरीदेबाइबल यहाँ से खरीदे


Happy Palm Sunday पाम संडे क्या होता है ?

पाम संडे क्या होता है ?
 आये हम जानते है पाम संडे क्या होता है?

पाम संडे यानी खजूर रविवार को ईसाई धर्म के अनुयाइयों के प्रमुख त्योहारों में से एक त्योहार मनाया गया। 
इस दिन को ईसाई समुदाय के लोग प्रभु यीशू के यरुशलम में विजयी प्रवेश के रूप में मनाते हैं। 
इस बार 28 March  को पाम संडे मनाया गया।
पवित्र बाइबल में कहा गया है कि प्रभु यीशू जब यरुशलम पहुँचे, तो उनके स्वागत में बड़ी संख्या में लोग पाम यानी खजूर की डालियाँ अपने हाथों में लहराते हुए एकत्रित हो गए थे। लोगों ने प्रभु यीशू की शिक्षा और चमत्कारों को शिरोधार्य कर उनका जोरदार स्वागत किया था। यह बात करीब दो हजार वर्ष पहले की बताई जाती है। उस दिन की याद में पाम संडे मनाया जाता है।
इसे पवित्र सप्ताह की शुरुआत के रूप में भी मनाया जाता है। इसका समापन ईस्टर के रूप में होता है।  पाम संडे दक्षिण भारत में प्रमुखता से मनाया जाता है। इसे पैसन संडे भी कहा जाता है।
इस मौके पर चर्चों में विशेष आयोजन होते हैं। इसमें बाइबल का पाठ, प्रवचन और मीसा का आयोजन भी किया जाएगा। साथ ही एक विशेष आयोजन के साथ शाम को विशेष चल समारोह निकाला जाएगा। ईसाई समाज पाम संडे के दिन प्रभु के आगमन की खुशी में गीत गाकर इस दिन का स्वागत करते हैं। वे हाथों में खजूर की डालियाँ लेकर प्रभु के आने की खुशी में गीत गाएँगे। रविवार से गिरिजाघरों में शुरू हुई प्रभु आराधना एवं भक्ति का सिलसिला ईस्टर तक जारी रहेगा।
मसीही मंदिरों में विशेष प्रार्थना होगी। 
 इसमें झाँकी सजाकर प्रभु के जीवन को दर्शाया जाएगा।



Tuesday, 19 February 2019

April full हमें झूठ और कोई भी पाप नहीं करना है

हमें झूठ और"कोई भी पाप नहीं करना है। 
 यह बहुत जरूरी है कि मसीही लोग प्रभु  का वचन मानें
व आपने जीवन में पाप न रहने दें|

जय मसीह की
                    कैसे हैं आप सभी? मैं तो यीशु का दया से ठीक हूँ। अभी "1 अप्रैल (April) आज है और लोग इस दिन को" अप्रैल (April) फूल " ठगने वाला दिन कहते हैं, पर यीशु ने हमें कभी भी झूठ नहीं बोलने कहा है क्योंकि यीशु हर बुराइयों से घृणा करता है|यीशु पवित्र है और वह कभी भी झूठ नहीं बोले|
वचन देखें :
            परमेश्वर प्रेम है
YES परमेश्वर आपसे और मुझसे और हरेक कोई से प्रेम करना है और यीशु चाहता है
 कि कोई भी पाप न करें  क्योंकि पाप मृत्यु लाता है|
    वचन देखें :
              और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा जो आग और गन्धक से जलती है:
 यह दूसरी मृत्यु है| 
                      प्रकाशितवाक्य 21:8
वचन कह रहा है सब झूठों का भाग नरक में है इसलिए हमें "झूठ" बोलने से बचना है 
क्योंकि यह शैतान की ओर से है। हमें हर एक दिन जब तक हम इस संसार में जिन्दा है
 हमें "हर एक पाप" से बचना है और "पवित्र जीवन" जीने की कोशिश करना है और जीना है। 
    वचन देखें :
               जब वह झूठ बोलता तो अपने स्वभाव ही से बोलता है 
 क्योंकि वह झूठा है वरन् झूठ का पिता है।
                              यूहन्ना 8:44

वचन सही कहता है, शैतान झूठ का पिता है इसलिए हमें झूठ नहीं बोलना है, यदि हमलोग झूठ बोलते हैं तो हम शैतान की ओर से हैं। हम पाप करते हैं पर हमें यीशु से क्षमा माँगना है और "यीशु मसीह" अपने लाहू  से हमारे पापों को क्षमा कर देगा और हमें हर पाप को छोड़ना है क्योंकि "यीशु "राजाओं का राजा और प्रभुओं का प्रभु है।" वो आपको हर मनुष्यों से अधिक प्यार करता है|कोई भी आपके लिए अपनी जान देगा या देगी कोई गारंटी नहीं है परन्तु "यीशु " आपके लिए अपनी जान दी थी ताकि आप हमेशा का जीवन पा सकें और यीशु के राज्य में जी सकें। आज भी यीशु जीवित है। 

यीशु बहुत जल्द आने वाला है हमें  
" राजाओं का राजा यीशु मसीह "के आगमन के लिए तैयार होना है। 

" देख मैं शीघ्र आनेवाला हूँ ;और हर एक के काम के अनुसार बदला देने के लिए प्रतिफल मेरे पास है। 
 प्रकाशितवाक्य 22:12


Easter Special पुर्नरुत्थान शब्द का अर्थ है फिर से जी उठना संसार के इतिहास में वह सबसे अद्भुत घटना हुई जब यीशु मसीह तीन दिनों तक मृतक रहने के बाद कब्र से बाहर निकल आये।

पुर्नरुत्थान शब्द का अर्थ है फिर से जी उठना
     मेरे प्यारे भाई  बहन पास्टर प्रचारक और युवा मित्र साथियों आप सभी को प्रभु यीशु 
मसीह के मधुर और मीठे नाम में जय मसीह की कहता हूँ  


 संसार के इतिहास में वह सबसे अद्भुत घटना हुई जब यीशु मसीह तीन दिनों तक 
मृतक रहने के बाद कब्र से बाहर निकल आये।
जब उसके शिष्यो ने उसे देखा तो उन्हें अपनी आखों पर विश्वास नहीं हुआ।
 उन्होंने सोचा कि वह एक आत्मा है परन्तु यीशु ने उनसे कहा,

 मेरे हाथ और मेरे पाँव को देखो कि मैं वही हूँ। मुझे छूकर देखो, क्‍योंकि आत्मा के
 हड्डी माँस नहीं होता जैसा मुझ में देखते हो।
      यह कहकर उसने उन्‍हें अपने हाथ पाँव दिखाए। जब आनन्‍द के मारे उनको प्रतीति न हुई
और वे आश्‍चर्य करते थे, तो उसने उनसे पूछा, “क्‍या यहाँ तुम्हारे पास कुछ भोजन है?
      उन्‍होंने उसे भूनी हुई मछली का टुकड़ा दिया।
 उसने लेकर उनके सामने खाया।’ (लूका 24:39-43)
अन्त में उन्हें विश्‍वास हो गया कि वह सचमुच में फिर से जीवित हो गया था। 
परमेश्वर ने उन्‍हें अनन्‍त जीवन दे दिया। प्रकाशितवाक्य में यीशु कहते है कि ‘देख, मैं
 युगानुयुग जीवता हूँ। (प्रकाशितवाक्य 1:18)

   यीशु उसके पीछे चलनेवालों को जी उठाएगा
यीशु ने अपने शिष्‍यों को सिखाया कि वे भी मृतकों में से जी उठा दिये जायेंगे। फिर 
से ऊपर बताए पद को पूरा पढ़िये।यीशु ने कहा,
मैं मर गया था, और अब देख मैं युगानुयुग जीवता हूँ और मृत्यु और अधोलोक 
की कुंजियाँ मेरे ही पास हैं।’ (प्रकाशित्वाक्य 1:18)

 अत: यदि आपके पास किसी दरवाजे की कुंजी (चाबी) है तो इसका मतलब है कि आप 
उस दरवाजे को खोल सकते है। यीशु के पास अधोलोक की कुंजियाँ है। दूसरे शब्दों में इसका 
मतलब है कि यीशु के पास वह सामर्थ है कि वे कब्रों को खोलकर जो उसमें गड़े (सोए) हैं उन्हें स्वतत्र कर सकते है। यह सामर्थ उसे परमेश्वर द्वारा दी गई है। यूहन्ना रचित सुसमाचार 5:20-29 पदों को पढ़िये।
 विशेष रूप से 21 पद पर ध्यान दीजिये जो कहता है कि

   जैसा पिता मरे हुओं को उठाता और जिलाता है वैसा ही पुत्र भी
 जिन्‍हें चाहता है उन्‍हें जिलाता है। (यूहन्ना 5:21)
   जीवन देने के लिए परमेश्वर ने यीशु को मनुष्‍यों को फिर से जिलाने की सामर्थ दी है।

    सब विश्वासियों की एक आशा
सब युगों में परमेश्वर के जन उस दिन की प्रतीक्षा करते हुए मर गए जब वे फिर से जिन्दा उठा लिए जायेगें। 
     कुछ के बारे में इब्रानियों का लेखक बताता है कि,
‘विश्वास ही की दशा में मरे; और उन्होंने प्रतिज्ञा की हुई वस्तुएँ नही पाईं, पर उन्हें दूर से देखकर आनन्दित हुए।’ (इब्रानियों 11:13)

   आगे फिर वह इन लोगों के विषय में बताते है कि इन्‍हें,
‘प्रतिज्ञा की हुई वस्‍तु न मिली। क्‍योंकि परमेश्वर ने हमारे लिये पहले से एक उत्तम बात ठहराई
 कि वे हमारे बिना सिद्धता को न पहुँचे।’ (इब्रानियों 11:39-40)
हम इस पद में देखते है कि अनन्त जीवन का दान परमेश्वर के सब सच्चे भक्तों को एक ही समय दिया जायेगा। पहले विश्‍वासी लोग भी इस समय की प्रतीक्षा में थे। जब पहले विश्‍वासियों में से किसी की मृत्यु होती थी तो वे कहते थे कि वह सो गया है क्योंकि जिस तरह नींद के बाद मनुष्य जाग जाते हैं, उसी तरह शिष्य भी मृतकों में से जिन्दा कर दिये जायेंगे। 1 कुरिन्थियों के 15 

     अध्याय में जिसे आप पढ़ चुके है; पौलुस ऐसे 500 विश्‍वासियों के विषय में बताते है जिन्होंने यीशु को उनके पुर्नरुत्थान के पश्चात देखा था उनमें से कुछ के बारे में कहते है कि, ‘कुछ सो गए’। (1 कुरिन्थियों 15:6)
पुर्नरुत्थान कब होगा?
इस बात को लगभग 2016 वर्ष बीत गये है जब प्रभु यीशु मसीह का पुर्नरूत्‍थान हुआ।
जो लोग विश्‍वास में मर गये है उनको यीशु कब जिलायेंगे?

      प्रेरित पौलुस इस प्रश्‍न का उत्‍तर हमें देते है।1 कुरिन्थियों 15 अध्‍याय में वह कहता है कि,
‘जैसे आदम में सब मरते हैं, वैसे ही मसीह में सब जिलाए जाएँगे, परन्‍तु हर एक अपनी अपनी बारी से: पहला फल मसीह, फिर मसीह के आने पर उसके लोग।’ (1 कुरिन्थियों 15:22-23)
  
      हम देख चुके हैं कि यीशु मसीह परमेश्वर का राज्य स्थापित करने और पूरी पृथ्वी पर राज्य करने के लिये वापिस आ रहे है। जब प्रभु यीशु यह राज्‍य स्‍थापित करेंगे तो वे मरे हुओं को उठायेंगे। तब वे जो विश्वासी हैं उन्हें अनन्त जीवन दिया जाएगा और यीशु के साथ पृथ्वी पर राज्य करने में सहायता करने के विशेष अधिकार का आनन्द उठाएंगे जैसे हम प्रकाशितवाक्य 5:9-10 में पढ़ते हैं। यहां हम उस दिन गाये जाने वाले एक गीत के शब्दों को पढ़ते हैं,

   ‘तूने वध होकर अपने लहू से हर एक कुल और भाषा और लोग और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल लिया है, और उन्‍हें हमारे परमेश्वर के लिये एक राज्य और याजक बनाया; और वे पृथ्वी पर राज्य करते हैं।’ (प्रकाशितवाक्य 5:9-10)


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