Saturday, 9 February 2019

इजेबल परमेश्वर के नबियों का विरोध करने वाली आत्मा है इस वचन को ध्यान से पढ़े यह वचन आपके लिए बहुत ही आशिष और छुटकारे का कारण बनेगा। आमीन

इस वचन को ध्यान से पढ़े यह वचन आपके लिए बहुत ही 
आशिष और छुटकारे का कारण बनेगा। आमीन

 ईज़ेबेल की आत्मा और इसके कुछ लक्षण :- 

1) भय - फेल हो जाने का भय , मृत्यु का भय किसी के दूर हो जाने का भय
भय किसी भी प्रकार हो सकता है, वचन कहता है कि भय का संबंध दंड से होता है।

2) प्रबल ईर्ष्या, गुस्सा , घमण्ड 
3) जादू टोना के द्वारा, मूर्ति पूजा 
4) अधिकार का गलत इस्तेमाल करना 
5) असुद्धता, कामुकता, व्यभिचार, बुरे विचारों का आना
6) परमेश्वर के दासों का विरोध करना

यह सिर्फ कुछ ही बातें यहां लिखी है, आप और भी लक्षणों का 
पता लगा सकते हैं वचन में से ध्यान से पढ़कर।

इजेबल परमेश्वर के नबियों का विरोध करने वाली आत्मा है और जितने भी लोग, भविष्यवाणी के क्षेत्र में इस्तेमाल होते हैं, उन सब पर इस आत्मा का अटैक हो सकता है, क्योंकि यह शुरू से ही परमेश्वर के नबियों की दुश्मन रही है, आपको इसकी युक्तियों का पता लगाना है, और इसे निकाल देना है, ईज़ेबेल की आत्मा ज्यादातर भावनायों के द्वारा भी कार्यन्वित होती है, प्राण के क्षेत्र में, और ज्यादातर महिलाओं के द्वारा, इसलिए यदि आप एक नबी के रूप में और नबूवत करनेवाले के रूप में बुलाये गयें हैं तो सावधानी पूर्वक अपनी बुलाहट को पूरा करें। आमीन।।

 प्रकाशित वाक्य 2:19-21
मैं तेरे कामों, और प्रेम, और विश्वास, और सेवा, और धीरज को जानता हूं, और यह भी कि तेरे पिछले काम पहिलों से बढ़ कर हैं।पर मुझे तेरे विरूद्ध यह कहना है, कि तू उस स्त्री इजेबेल को रहने देता है जो अपने आप को भविष्यद्वक्तिन कहती है, और मेरे दासों को व्यभिचार करने, और मूरतों के आगे के बलिदान खाने को सिखला कर भरमाती है।मैं ने उस को मन फिराने के लिये अवसर दिया, पर वह अपने व्यभिचार से मन फिराना नहीं चाहती।
1 राजा 19:1-3
तब अहाब ने ईज़ेबेल को एलिय्याह के सब काम विस्तार से बताए कि उसने सब नबियों को तलवार से किस प्रकार मार डाला।तब ईज़ेबेल ने एलिय्याह के पास एक दूत के द्वारा कहला भेजा, कि यदि मैं कल इसी समय तक तेरा प्राण उनका सा न कर डालूं तो देवता मेरे साथ वैसा ही वरन उस से भी अधिक करें।यह देख एलिय्याह अपना प्राण ले कर भागा, और यहूदा के बेर्शेबा को पहुंच कर अपने सेवक को वहीं छोड़ दिया।

ईज़ेबेल कोई साधारण स्त्री नही थी, वह सिदोनियों के राजा एतबाल की बेटी थी, ईज़ेबेल के पिता ने इसको जन्म के समय से ही बाल देवता और अशेरा देवी के सामने अर्पित किया था, इसलिए शुरू से ही ईजेबेल में यह बुरी आत्मायों का वास था, इसलिए जैसे ही ईजेबेल का विवाह अहाब राजा से हुआ तभी से अहाब की दुष्टता इस्राएल में और भी बढ़ गई थी, और उसने अपनी पत्नी की बात मान कर बाल और अशेरा की आराधना की और इस्राएल से भी यह पाप करवाया, जिसके कारण परमेश्वर का क्रोध इस्राएल पर पडा था, वचन में लिखा है कि अहाब अपनी पत्नी के हाथों में बिक गया था, असल में रानी ईजेबेल के पास दूसरों को वश में करने की दुष्ट शक्तियां थी, इसलिए अहाब बुरी रीति से अपनी पत्नी के जाल में फंस गया था, (1 राजा 21:20)

ईजेबेल ने अपने अधिकार का गलत प्रयोग किया था
               और परमेश्वर के बहुत सारे नबियो को मरवा दिया था।


आप हैरान होंगे कि इतना सामर्थी नबी एलिय्याह भी इसके प्रभाव से बच नही पाया, जैसे ईजेबेल ने एलिय्याह को मार डालने की धमकी दी, एलिय्याह अपना मिशन छोड़कर भाग गया और अपने सेवक को भी छोड़ दिया, इसकी वजह यह थी कि ईजेबेल के पीछे अशतोरेत( अशेरा )और बाल की आत्मा कार्य कर रही थी, जिसने एलिय्याह के प्राण पर अटैक किया था, जिससे एलिय्याह के अंदर भय समा गया था, और वह अपनी बुलाहट और अपने सारे अनुभव तक भूल गया कि उसके पास क्या अधिकार ओर सामर्थ्य है, एक लक्षण भी यह कि एलिय्याह इस प्रहार के कारण डिप्रेशन में भी चला गया था, पर धन्यवाद हो परमेश्वर का कि वह अपने चुने हुयों को छोड़ता नही है, और उन्हें नया बल देता है, परमेश्वर ने एलिय्याह को नया बल दिया और नई सामर्थ्य से भर कर डिप्रेशन से निकाला और नया दर्शन दिखाया और उच्चतम बुलाहट की और अग्रसर किया, भाइयो और बहनों इन वचनों को अपनी बाइबल में से ध्यान से पढ़ें और दुष्ट की युक्तियों से जागरुक होकर उसका सामना करें और कभी पीछे मत हटें। परमेश्वर आपको आशिषि



Popular Posts