मसीह के बारे में बीस सवाल जो आप
को जानना बहुत जरुरी है
Q-1 आपको किसने बनाया?
Ans:- परमेश्वर ने बनाया ।
उत्पती 1:26,27, 2:7
Q- 2 परमेश्वर ने और क्या क्या बनाया ?
Ans. परमेश्वर ने सभी चीजों को बनाया।
उत्पती 1:31
भजन संहिता 33:6-9
कुलुस्सियों 1:16-17.
Q- 3 परमेश्वर ने आपको और सभी चीजों को क्यों बनाया?
Ans - परमेश्वर ने आपको और सभी चीजों को अपनी
महिमा के लिए बनाया।
महिमा के लिए बनाया।
भजन संहिता 19:1
यशायाह 43:7 1कुरिन्थयों 10:31
Q - 4 आप परमेश्वर की महिमा कैसे कर सकते है?
Ans :- आपके द्वारा परमेश्वर की महिमा तब होती है जब आप
उसे प्रेम करते है और आप उसकी आज्ञा के अनुसार काम करते है।
उसे प्रेम करते है और आप उसकी आज्ञा के अनुसार काम करते है।
मत्ती 5:16
यूहन्ना 14 : 21
यूहन्ना 5:3
Q- 5 आपको परमेश्वर की महिमा क्यों करनी चाहिए?
Ans- क्योंकि परमेश्वर ने मुझे और आपको बनाया और वह
हमको सम्भालता है भजन सहिंता 145:9 1पतरस 5:7
हमको सम्भालता है भजन सहिंता 145:9 1पतरस 5:7
प्रकाशित वाक्य 4:11
Q- 6 परमेश्वर कितने है?
Ans - परमेश्वर एक ही है।
व्यवस्थाविवरण 6:4 यशायाह 45:5
यिर्मयाह 10:10
Q- 7 इस एक परमेश्वर के कितने व्यक्तित्व है ?
Ans- परमेश्वर त्रिएक है अर्थात उसके तीन व्यक्ति है।
मत्ती 3:16,17
यूहन्ना 5:23, 10:30, 15:26
Q- 8 कौन - कौन से है ?
Ans- पिता, पुत्र, और पवित्र आत्मा।
मत्ती 3:17, 28:19
2 कुरिन्थियों 13: 14
1 पतरस 1:2
Q- 9 परमेश्वर क्या है?
Ans- परमेश्वर एक आत्मा है। मनुष्यों की
तरह उसकी काया नहीं है।
यूहन्ना 4:24
2 कुरिन्थियों 3:17
1 तीमुथियुस 1:17
Q- 10. क्या परमेश्वर का कोई प्रारम्भ है?
Ans- नहीं, परमेश्वर सदा था, सदा है और सदा रहेगा ।
निर्गमन 3:14
भजनसंहिता 90:2
यशायाह 50:28
Q- 11 क्या परमेश्वर बदलता है?
Ans - नहीं, परमेश्वर सदा एक सा है।
भजन संहिता 102:26,27
मलाकी 3:6
इबानियों 13:8
Q- 12 परमेश्वर कहां है?
Ans- परमेश्वर हर जगह है ।
भजन संहिता 139:7-12
यिर्मयाह 23:23,24
प्रेरितों के काम 17:27,28
Q- 13 क्या आप परमेश्वर को देख सकते हैं?
Ans- नहीं, हम परमेश्वर को नहीं देख सकते किन्तु
परमेश्वर हमे हर समय देखता है।
परमेश्वर हमे हर समय देखता है।
यूहन्ना 1:18
1 तीमुथियुस 1:17
नीतिवचन 5:21
Q- 14. क्या परमेश्वर सब कुछ जानता है?
Ans- हाँ, परमेश्वर सब कुछ जानता है ।
हम परमेश्वर से कुछ नही छिपा सकते।
1शमूएल 2:3
नीतिवचन 15:3
इब्रानियों4:13
Q- 15. क्या परमेश्वर सब कुछ कर सकता है?
Ans - हां परमेश्वर हर वह पवित्र काम कर सकता है
जो वह करना चाहता है।
यशायाह 46:9,10
दानिय्येल 4:34,35
इफिसियों 1:11
Q- 16 यह हम कहां से सीख सकते हैं कि परमेश्वर को हम कैसे प्रेम
करें और कैसे उसकी आज्ञा का पालन करें?
Ans- परमेश्वर ने हमे अपने वचन बाइबल मे बताया है कि
हम उस से कैसे प्रेम रख सकते हैं
और कैसे उसकी आज्ञा का पालन कर सकते हैं।
हम उस से कैसे प्रेम रख सकते हैं
और कैसे उसकी आज्ञा का पालन कर सकते हैं।
भजन संहिता 119:104,105
यूहन्ना 20:30,31
विषय गलत शिक्षाओ पर न चले।
मरकुस 11:19
धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है।
प्रियजन आप सबको जय मसीह की प्रभु का धन्यवाद हो आज के सुंदर वचन के
लिये प्रभु की स्तुति हो क्योकि वो भला है।
लिये प्रभु की स्तुति हो क्योकि वो भला है।
प्रियजन पवित्र शास्त्र कहता है, धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है, शायद आज की
कलिसियाओ के पास्टर और विश्वासी ये भूल चुके है, धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है
,इसलिये वो दूसरी कलिसियाओ के विश्वासियो से अगुवो से मेल मिलाप नही करते, इसलिये वो
दूसरी कलिसियाओ के पास्टरो का आदर नही करते,इसलिये वो हमेशा कहते है, हमारे पास्टर हमारी
कलिसिया बहुत सामर्थी है, हमारी अराधना टीम सबसे अच्छी है, हमारे पास्टर बहुत अच्छे है, प्रियों
आज के युग की कलिसियाओ के विश्वासियों का इतना बुरा हाल है, कि पूछो मत, कुछ समय पहले
की बात है, हम एक नगर में सुसमाचार प्रचार करने गये, हमने पुरे नगर में सुसमाचार प्रचार किया,
लोगो के लिये प्रार्थना की, वहा हमें कुछ विश्वासी मिले।
कलिसियाओ के पास्टर और विश्वासी ये भूल चुके है, धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है
,इसलिये वो दूसरी कलिसियाओ के विश्वासियो से अगुवो से मेल मिलाप नही करते, इसलिये वो
दूसरी कलिसियाओ के पास्टरो का आदर नही करते,इसलिये वो हमेशा कहते है, हमारे पास्टर हमारी
कलिसिया बहुत सामर्थी है, हमारी अराधना टीम सबसे अच्छी है, हमारे पास्टर बहुत अच्छे है, प्रियों
आज के युग की कलिसियाओ के विश्वासियों का इतना बुरा हाल है, कि पूछो मत, कुछ समय पहले
की बात है, हम एक नगर में सुसमाचार प्रचार करने गये, हमने पुरे नगर में सुसमाचार प्रचार किया,
लोगो के लिये प्रार्थना की, वहा हमें कुछ विश्वासी मिले।
जो हमें देख कर ऐसा व्यवहार कर रहे थे, जैसे हम कोई चोर है, और उनके नगर के
अंदर चोरी करने आये है।वो हर बात पर हमारी कलिसिया हमारे पास्टर हमारी कलिसिया
कर रहे थे,उन विश्वासियों ने हमारा आदर सम्मान करना तो दूर की बात है, हम से सीधे मुंह
बात तक नही की,क्योकि आज के युग के अधिकतर पास्टर परमेश्वर के लोगो को प्रभु की
कलिसिया को ये सिखाते है, दूसरी कलिसिया के विश्वासियों से बात मत करो, उन से तुम मेल
मिलाप मत करो, उस पास्टर से मत मिलो, उस पास्टर से बात मत करो,ये मत करो वो मत
करो,इधर मत जाओ, उधर मत जाओ, उस सभा में मत जाओ,
अंदर चोरी करने आये है।वो हर बात पर हमारी कलिसिया हमारे पास्टर हमारी कलिसिया
कर रहे थे,उन विश्वासियों ने हमारा आदर सम्मान करना तो दूर की बात है, हम से सीधे मुंह
बात तक नही की,क्योकि आज के युग के अधिकतर पास्टर परमेश्वर के लोगो को प्रभु की
कलिसिया को ये सिखाते है, दूसरी कलिसिया के विश्वासियों से बात मत करो, उन से तुम मेल
मिलाप मत करो, उस पास्टर से मत मिलो, उस पास्टर से बात मत करो,ये मत करो वो मत
करो,इधर मत जाओ, उधर मत जाओ, उस सभा में मत जाओ,
प्रियों यदी आप भी अपने अगुवों की बाते मान कर ऐसा करते है,तो आप मसीह में होकर भी
अंधकार में अपना जीवन जी रहे हो,और आपको अंधकार से ज्योति में आना होगा, वरना
न्याय के दिन आपके पास्टर और आप नरक की लाइन में होगे, प्रियों परमेश्वर के वचन
पर चलो,मनुष्य की शिक्षाओ पर नही,लोगो के लिये आशीषं का कारण बनों ठोकर का
कारण नही, आज के वचन के माध्यम से परमेश्वर आपको बहुतायक से आशीषं दे।
अंधकार में अपना जीवन जी रहे हो,और आपको अंधकार से ज्योति में आना होगा, वरना
न्याय के दिन आपके पास्टर और आप नरक की लाइन में होगे, प्रियों परमेश्वर के वचन
पर चलो,मनुष्य की शिक्षाओ पर नही,लोगो के लिये आशीषं का कारण बनों ठोकर का
कारण नही, आज के वचन के माध्यम से परमेश्वर आपको बहुतायक से आशीषं दे।