परमेशवर का अनुग्रह और उसकी दया हम सबो के साथ रहे आमीन
पतरस कहता हे " हमारे अंदर हमारे बाप-दादाओ ( पूर्वजों ) का स्वभाव हे, आपने देखा होगा बहुत बार कूछ बचो का आचारण बिलकुल मां-बाप की तरह होता हे, बहूत जल्दी गूसा आ जाना, माफ ना करना, बजपन से ही एक शकी स्वभाव रखना, अपने लिए उच विचार रखना और दूसरो को अपने से कम जानना, झूठ बोलना, मन और शरीरक रूप से व्यभिचार करना, यह सब बाते हम बचपन से ले कर पेदा हूए हे, आज यह स्वभाव होने के कारण ही घर के अंदर तकलीफे हे, पती-पत्नी के बीच झगड़े हे, लड़ाईयां हे और तलाक तक हो जाते हे, मेरे भाईयो और बहनों यह बात आप जान लीजीए, हमारी तकलीफ बाहर नही पर हमारे अंदर ( हमारी सोच ) हे, यीशू मसीह वचन हे जो आपके अंदर जा कर आपको बदलता हे.
वचन कहता हे " मरियम नाक की एक सत्री थी " वह कुंवारी थी, एक दिन परमेशवर की और से एक स्वर्ग दूत उसके पास गया, उसने कहा " पवित्र आत्मा तूझ पर उतरेगा और तुझ से एक बालक उतपन होगा और उसका नाम यीशू रखना, पवित्र आत्मा ने पिता का खून ले कर यीशू के बदन मे डाला, यीशू ने वह खून हमारे लिए क्रूस पर बहा दिया, यदि आप अपने बाप-दादाओं के सवभाव से बाहर आना चाहते हे और मसीह की तरह बनना चाहते हे तोह आपको इस खून का उपयोग करना होगा जो खून यीशू ने क्रूस पर बहाया . लूका 1
यीशू के पास शैतान आया और उसको भरमाने की कौशिश करता रहा, हर बार यीशू ने वचन कह कर उसको अपने आप से दूर किया, एक यही तरीका हे यीशू के लहू को प्रयोग करने का, हर दिन यह कहे " मे जो दूर था अब यीशू के लहू के कारण पिता के करीब हू, उसके लहू मे मूझे छूटकारा और पापो की शमा मिली हे, उसका लहू मेरे मरे हूऐ विवेक को जिलाता हे, मेरे भाईयो और बहनो जितना अदिक आप अपनी जूबान से यीशू के लहू के विषय मे लिखे हूऐ वचन कहोगे उतना अदिक आप अपने बंधनों से आजाद होते जाओगे... एक यही तरीका हे उसके लहू को इस्तमाल करने का.1 पतरस 1:18-19
क्योंकि तुम जानते हो, कि तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो बाप दादों से चला आता है उस से तुम्हारा छुटकारा चान्दी सोने अर्थात नाशमान वस्तुओं के द्वारा नहीं हुआ,
पर निर्दोष और निष्कलंक मेम्ने अर्थात मसीह के बहुमूल्य लोहू के द्वारा हुआ। दूख की बात हे की आज कलीसयाओ मे एक ऐसा सूसमाचार प्रचार हो रहा हे जहां यीशू के लहू का कोई जिक्र तक नही होता.इसलिए लोग कलीसया मे रह कर भी बंधनों मे हे.
यदि आप चाहकर भी अपने पापों से निकल नहीं पा रहे हैं तो
मेरे भाईयो और बहनो भार भार इस वचन को सूने और परमेश्वर के अनुग्रह से इसका अभ्यास कर अपने जीवन में यह वचन आपको आजाद कर देगा.
सभी के लिये प्रार्थना 1 तीमुथियुस 2:1-7
[1] अब मैं सब से पहिले यह उपदेश देता हूं, कि बिनती, और प्रार्थना, और निवेदन, और धन्यवाद, सब मनुष्यों के लिये किए जाएं।
[2] राजाओं और सब ऊंचे पद वालों के निमित्त इसलिये कि हम विश्राम और चैन के साथ सारी भक्ति और गम्भीरता से जीवन बिताएं।[3] यह हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर को अच्छा लगता, और भाता भी है।
[4] वह यह चाहता है, कि सब मनुष्यों का उद्धार हो; और वे सत्य को भली भांति पहिचान लें। (यहे. 18:23)
[5] क्योंकि परमेश्वर एक ही है: और परमेश्वर और मनुष्यों के बीच में भी एक ही बिचवई है, अर्थात मसीह यीशु जो मनुष्य है।
[6] जिस ने अपने आप को सब के छुटकारे के दाम में दे दिया; ताकि उस की गवाही ठीक समयों पर दी जाए।
[7] मैं सच कहता हूं, झूठ नहीं बोलता, कि मैं इसी उद्देश्य से प्रचारक और प्रेरित और अन्यजातियों के लिये विश्वास और सत्य का उपदेशक ठहराया गया॥*
AmEn