-यूहन्ना 11:43-44--
यह कहकर उसने बड़े शब्द से पुकारा, "हे लाज़र, निकल आ !
जो मर गया था वह कफ़न से हाथ पाँव बँधे हुए निकल आया, और उसका मुँह अंगोछे से लिपटा हुआ था !
यीशु ने उससे कहा,"उसे खोल दो और जाने दो !"
सभी भाई और बहनों को जय मसीह की
आज हम देखते है कि, लाज़र जो मर गया था, जिसे मरे हुए चार दिन हो चुके थे !
लेकिन जब प्रभु यीशु मसीह ने बड़ी जोर से पुकारा, "हे लाज़र, निकल आ !"
उसी वक्त वो मरा हुआ लाज़र कफ़न से हाथ-पेर् बँधा हुआ कब्र से बाहर निकल आया !
सच में यह केवल प्रभु यीशु मसीह ही कर सकता है ! एक मुर्दे को जिन्दा करके उसे एक नयी जिन्दगी दे सकता है !
हम भी भाईयो और बहनों बहुत सारे रीति रिवाजों में बँधे हुए है ! लाज़र की तरह आज हमारे हाथ-पेर भी बहुत
सारे बंधनों में बँधे है, आज हम भी लाज़र की तरह मुर्दा हालत में पड़े है !
फर्क इतना है की हम शारीरिक तोर पर तो चल फ़िर रहे है पर आत्मिक तोर पर मर चुके है !
""हमने अपने पहले प्रेम को खो दिया है ! अपने वरदानों को गँवा चुके है ! आज हम भी एक कब्र की तरह
अँधेरी जगह में दबे हुए है ! आज हमे भी प्रभु आत्मिक तोर पर जिन्दा करना चाहता है, जिस तरह प्रभु
यीशु ने लाज़र को जोर से पुकारा हमे भी हर रोज़ पुकार रहा है ! जैसे लाज़र को कब्र से बाहर आने के
लिये कहा आज हमे हमारे गुनाहों से, हमारे पापों से बाहर आने के लिये कह रहा है !
""""""""लेकिन लाज़र शारीरिक तोर मरा हुआ था फ़िर भी प्रभु की आवाज़ उसके कानो में पड़ी और
जिंदा होकर कब्र से बाहर आया ! पर अफसोस हम शारीरिक तोर पर जिन्दा होकर भी प्रभु की आवाज़
नही सुनते, या फ़िर सुनकर भी अनसुनी करते है ! लेकिन आज हमे प्रभु की आवाज़ सुनने की ज़रूरत है !
अपने गुनाहों की कब्र छोड़कर गुनाहों से बाहर आने के ज़रूरत है ! आज हम लाज़र की मानिंद नया जीवन पाएँ !
प्रभु यीशु मसीह बहुत जल्द आनेवाला है ! प्रभु हमे इस वचन से आशीष करे ! आमीन ! मसीह में आप का भाई