Tuesday, 13 November 2018

चर्च कलिसिया में उपस्थिति होना क्यों महत्वपूर्ण है ? | Presence in church Why is it important

चर्च कलिसिया में उपस्थिति 
होना क्यों महत्वपूर्ण है ?
उत्तर: बाइबल हमे बताती है कि हमे चर्च कलिसिया में इसलिए 
उपस्थिति होने की आवश्यकता है जिससे कि हम अन्य विश्वासियों 
के साथ मिलकर परमेश्वर की अराधना कर सके और हमारी 
आत्मिक उनति  के लिए उसके वचन को सिखाया जा सके 
प्रेरितो के काम 2:42; इब्रानियों 10:25 चर्च कलिसिया वह स्थान
 है जहाँ विश्वासी लोग एक दूसरे को प्रेम करें इब्रानियो 3:13 एक
 दूसरे को भले कामों के लिए उकसाए इब्रानिया 10:24 एक दूसरे
 की सेवा करे गलातियो 5:13 एक दूसरे को चिताए रोमियो 15:14 
एक दूसरे का आदर करे रोमियो 12:10 और एक दूसरे के 
प्रति दयावान और कृपालु बने इफिसियो 4:32। 

जब कोई व्यक्ति यीशु मसीह पर उद्धार के लिए भरोसा करता 
है वह जन मसीह की देह का अंग बन जाता है 1 कुरिन्थियों 12:27। 
कलिसिया को यदि ठीक रीति से कार्य करना है, तो उसकी देह के
 सभी अंगों  को उपस्थित होने की आवश्कता है कुरिन्थियो 12:14-20।
 ऐसे ही एक विश्वासी जन अन्य विश्वासीयों की सहायता और 
प्रोत्साहन के बिना अपनी सम्पूर्ण परिपक्वता को प्राप्त नहीं कर 
सकता है1 कुरिन्थियों 12:21-36 । इन कारणों से, चर्च में
 उपस्थिति भाग लेना और संगति विश्वासी के जीवन का एक 
नित्य रहने वाला पहलु होना चाहिए । हालांकि साप्ताहिक चर्च 
कलिसिया में उपस्थिति किसी भी अर्थ से विश्वासी के लिए जरूरी 
नहीं है परन्तु जो कोई मसीह का है उस में परमेश्वर की उपासना 
करने उसके वचन को ग्रहण करने और अन्य विश्वासी जनों के

 साथ संगति करने की इच्छा होनी चाहिए ।
 क्योंकि व्यवस्था जिस में आने वाली अच्छी वस्तुओं का प्रतिबिम्ब है,
 पर उन का असली स्वरूप नहीं, इसलिये उन एक ही प्रकार के बलिदानों के
 द्वारा जो प्रति वर्ष अचूक चढ़ाए जाते हैं
 पास आने वालों को कदापि सिद्ध नहीं कर सकतीं।
 For the law having a shadow of good things to come, and not the very image of the things, can never with those sacrifices which they offered year by year continually make the comers thereunto perfect.
 नहीं तो उन का चढ़ाना बन्द क्यों न हो जाता? इसलिये कि
 जब सेवा करने वाले एक ही बार शुद्ध हो जाते तो फिर उन का 
विवेक उन्हें पापी न ठहराता।
 For then would they not have ceased to be offered? because that the worshippers once purged should have had no more conscience of sins.
 परन्तु उन के द्वारा प्रति वर्ष पापों का
स्मरण हुआ करता है।
 But in those sacrifices there is a remembrance again made of sins every year.
 क्योंकि अनहोना है कि बैलों और बकरों का
 लोहू पापों को दूर करे।
 For it is not possible that the blood of bulls and of goats should take away sins.
 इसी कारण वह जगत में आते समय कहता है, कि बलिदान
 और भेंट तू ने न चाही पर मेरे लिये एक देह तैयार किया।
 Wherefore when he cometh into the world, he saith, Sacrifice and offering thou wouldest not, but a body hast thou prepared me:
 होम-बलियों और पाप-बलियों से तू प्रसन्न नहीं हुआ।
 In burnt offerings and sacrifices for sin thou hast had no pleasure.
 तब मैं ने कहा देख मैं आ गया हू (पवित्र शास्त्र में मेरे विषय 
में लिखा हुआ है ताकि हे परमेश्वर तेरी इच्छा पूरी करूं।
 Then said I, Lo, I come (in the volume of the book it is written of me,) to do thy will, O God.
 ऊपर तो वह कहता है कि न तू ने बलिदान और भेंट और
 होम-बलियों और पाप-बलियों को चाहा और न उन से प्रसन्न हुआ;
 यद्यपि ये बलिदान तो व्यवस्था के अनुसार चढ़ाए जाते हैं।
 Above when he said, Sacrifice and offering and burnt offerings and offering for sin thou wouldest not, neither hadst pleasure therein; which are offered by the law;
 फिर यह भी कहता है, कि देख, मैं आ गया हूं, ताकि तेरी इच्छा 
पूरी करूं; निदान वह पहिले को उठा देता है, ताकि दूसरे को नियुक्त करे।
Then said he, Lo, I come to do thy will, O God. He taketh away the first, that he may establish the second.
 उसी इच्छा से हम यीशु मसीह की देह के एक ही बार 
बलिदान चढ़ाए जाने के द्वारा पवित्र किए गए हैं।
 By the which will we are sanctified through the offering of the body of Jesus Christ once for all.
 और हर एक याजक तो खड़े होकर प्रति दिन सेवा करता है
 और एक ही प्रकार के बलिदान को जो पापों को कभी 
भी दूर नहीं कर सकते; बार बार चढ़ाता है।
 And every priest standeth daily ministering and offering oftentimes the same sacrifices, which can never take away sins:
 पर यह व्यक्ति तो पापों के बदले एक ही बलिदान 
सर्वदा के लिये चढ़ा कर परमेश्वर के दाहिने जा बैठा।
 But this man, after he had offered one sacrifice for sins for ever, sat down on the right hand of God;
 और उसी समय से इस की बाट जोह रहा है कि
 उसके बैरी उसके पांवों के नीचे की पीढ़ी बनें।
 From henceforth expecting till his enemies be made his footstool.
 क्योंकि उस ने एक ही चढ़ावे के द्वारा उन्हें जो 
पवित्र किए जाते हैं, सर्वदा के लिये सिद्ध कर दिया है।
 For by one offering he hath perfected for ever them that are sanctified.
 और पवित्र आत्मा भी हमें यही गवाही देता है
क्योंकि उस ने पहिले कहा था
 Whereof the Holy Ghost also is a witness to us: for after that he had said before,
 कि प्रभु कहता है; कि जो वाचा मैं उन दिनों के बाद 
उन से बान्धूंगा वह यह है कि मैं अपनी व्यवस्थाओं
 को उनके हृदय पर लिखूंगा और मैं उन के विवेक में डालूंगा।
 This is the covenant that I will make with them after those days, saith the Lord, I will put my laws into their hearts, and in their minds will I write them;
 (फिर वह यह कहता है, कि) मैं उन के पापों को, और उन 
के अधर्म के कामों को फिर कभी स्मरण न करूंगा।
 And their sins and iniquities will I remember no more.
 और जब इन की क्षमा हो गई है, तो फिर
 पाप का बलिदान नहीं रहा॥
 Now where remission of these is, there is no more offering for sin.
 सो हे भाइयो, जब कि हमें यीशु के लोहू के द्वारा उस 
नए और जीवते मार्ग से पवित्र स्थान में प्रवेश
 करने का हियाव हो गया है।
 Having therefore, brethren, boldness to enter into the holiest by the blood of Jesus,
 जो उस ने परदे अर्थात अपने शरीर में से होकर,
 हमारे लिये अभिषेक किया है,
 By a new and living way, which he hath consecrated for us, through the veil, that is to say, his flesh;
 और इसलिये कि हमारा ऐसा महान याजक है, 
जो परमेश्वर के घर का अधिकारी है।
 And having an high priest over the house of God;
 तो आओ; हम सच्चे मन, और पूरे विश्वास के साथ
 और विवेक को दोष दूर करने के लिये हृदय पर छिड़काव 
लेकर और देह को शुद्ध जल से धुलवा कर परमेश्वर के समीप जाएं।
 Let us draw near with a true heart in full assurance of faith, having our hearts sprinkled from an evil conscience, and our bodies washed with pure water.
 और अपनी आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामें रहें
क्योंकि जिस ने प्रतिज्ञा किया है, वह सच्चा है।
 Let us hold fast the profession of our faith without wavering; (for he is faithful that promised;)
 और प्रेम, और भले कामों में उक्साने के लिये 
एक दूसरे की चिन्ता किया करें।
 And let us consider one another to provoke unto love and to good works:

 और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि 
कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें
 और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो
 त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो॥
 Not forsaking the assembling of ourselves together, as the manner of some is; but exhorting one another: and so much the more, as ye see the day approaching.