स्वर्ग का वचन – वहाँ कौन जाएगा?
हर इंसान के मन में यह सवाल उठता है कि मृत्यु के बाद क्या होगा। क्या सचमुच स्वर्ग और नरक हैं? और यदि हैं, तो स्वर्ग में कौन जाएगा? बाइबल इस प्रश्न का स्पष्ट उत्तर देती है और हमें सच्चाई बताती है।
स्वर्ग एक वास्तविक स्थान है
बाइबल कहती है कि स्वर्ग एक वास्तविक स्थान है जहाँ परमेश्वर का सिंहासन है और जहाँ धर्मी आत्माएँ अनन्त जीवन का आनंद लेंगी।
प्रकाशितवाक्य 21:4 – "और वह उनकी आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इसके बाद न मृत्यु रहेगी और न शोक, न विलाप, और न पीड़ा रहेगी; पहली बातें जाती रहीं।"
स्वर्ग में कौन जाएगा?
बाइबल स्पष्ट करती है कि केवल वही लोग स्वर्ग में जाएंगे जो पवित्र जीवन जीते हैं और जिन्होंने यीशु मसीह को अपना उद्धारकर्ता स्वीकार किया है।
यूहन्ना 14:6 – "यीशु ने उस से कहा, मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता।"
इब्रानियों 12:14 – "सब के साथ मेल मिलाप रखने का और उस पवित्रता का पीछा करो, जिसके बिना कोई प्रभु को न देखेगा।"
कौन स्वर्ग में नहीं जाएगा?
बाइबल हमें यह भी बताती है कि कौन लोग स्वर्ग में प्रवेश नहीं करेंगे।
1 कुरिन्थियों 6:9-10 – "क्या तुम नहीं जानते कि अधर्मी परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे? धोखा न खाना; न व्यभिचारी, न मूर्तिपूजक, न व्यभिचार करनेवाले, न स्त्रीसंग करनेवाले, न चोर, न लोभी, न पियक्कड़, न गाली देनेवाले, न अपहरण करनेवाले, परमेश्वर के राज्य के वारिस होंगे।"
उद्धार का मार्ग
मनुष्य अपने अच्छे कामों से स्वर्ग नहीं पा सकता, क्योंकि सब ने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित हैं (रोमियों 3:23)। केवल यीशु मसीह के लहू के द्वारा हमारे पाप क्षमा होते हैं और हम स्वर्ग का वारिस बनते हैं।
रोमियों 6:23 – "क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है, परन्तु परमेश्वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है।"
यूहन्ना 3:16 – "क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।"
निष्कर्ष
स्वर्ग का मार्ग यीशु मसीह के द्वारा ही है। यदि हम अपने पापों से पश्चाताप करें, मसीह पर विश्वास करें और पवित्र जीवन जिएं, तो स्वर्ग हमारे लिए सुनिश्चित है। आज ही निर्णय लें और यीशु मसीह को अपने जीवन का प्रभु और उद्धारकर्ता स्वीकार करें।
क्या आप तैयार हैं स्वर्ग के लिए?
Labels: स्वर्ग, बाइबल सत्य, उद्धार, मृत्यु के बाद जीवन, Heaven, Salvation, Life after death