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Tuesday, 29 April 2025

Jesus Christ Healing New Life यीशु मसीह चंगाई छुटकारा और नया जीवन

 यीशु मसीह चंगाई छुटकारा और नया जीवन

Sunday, 27 April 2025

How many books are there in the Bible? Bible information | bible project bible gateway bible holy bible king james

 बाइबल में कुल कितनी पुस्तकें हैं?

बाइबल दो मुख्य भागों में बंटी हुई है:

1. पुराना नियम (Old Testament)

2. नया नियम (New Testament)

पुराना नियम में 39 पुस्तकें हैं।

नया नियम में 27 पुस्तकें हैं।

दोनों मिलाकर कुल 66 पुस्तकें होती हैं।

पुराना नियम Old Testament
पुस्तक के नाम और लेखक

1. उत्पत्ति - मूसा

2. निर्गमन - मूसा

3. लैव्यव्यवस्था - मूसा

4. गिनती - मूसा

5. व्यवस्थाविवरण - मूसा

6. यहोशू - यहोशू

7. न्यायियों - सम्भवत: शमूएल

8. रूत - सम्भवत: शमूएल

9. 1 शमूएल - शमूएल और अन्य नबी

10. 2 शमूएल - शमूएल और अन्य नबी

11. 1 राजा - यिर्मयाह (संभावित)

12. 2 राजा - यिर्मयाह (संभावित)

13. 1 इतिहास - एज्रा

14. 2 इतिहास - एज्रा

15. एज्रा - एज्रा

16. नहेम्याह - नहेम्याह

17. इस्तेर - मर्दकै (संभावित)

18. अय्यूब - मूसा (कुछ मानते हैं)

19. भजन संहिता - दाऊद और अन्य

20. नीतिवचन - सुलैमान

21. सभोपदेशक - सुलैमान

22. श्रेष्ठगीत - सुलैमान

23. यशायाह - यशायाह

24. यिर्मयाह - यिर्मयाह

25. विलापगीत - यिर्मयाह

26. यहेजकेल - यहेजकेल

27. दानिय्येल - दानिय्येल

28. होशे - होशे

29. योएल - योएल

30. आमोस - आमोस

31. ओबद्याह - ओबद्याह

32. योना - योना

33. मीका - मीका

34. नहूम - नहूम

35. हबक्कूक - हबक्कूक

36. सपन्याह - सपन्याह

37. हाग्गै - हाग्गै

38. जकर्याह - जकर्याह

39. मलाकी - मलाकी



नया नियम New Testament
पुस्तक के नाम और लेखक

1. मत्ती रचित सुसमाचार - मत्ती

2. मरकुस रचित सुसमाचार - मरकुस

3. लूका रचित सुसमाचार - लूका

4. यूहन्ना रचित सुसमाचार - यूहन्ना

5. प्रेरितों के काम - लूका

6. रोमियों को पत्री - पौलुस

7. 1 कुरिन्थियों को पत्री - पौलुस

8. 2 कुरिन्थियों को पत्री - पौलुस

9. गलातियों को पत्री - पौलुस

10. इफिसियों को पत्री - पौलुस

11. फिलिप्पियों को पत्री - पौलुस

12. कुलुस्सियों को पत्री - पौलुस

13. 1 थिस्सलुनीकियों को पत्री - पौलुस

14. 2 थिस्सलुनीकियों को पत्री - पौलुस

15. 1 तिमुथियुस को पत्री - पौलुस

16. 2 तिमुथियुस को पत्री - पौलुस

17. तीमुथियुस को पत्री - पौलुस

18. फिलेमोन को पत्री - पौलुस

19. इब्रानियों को पत्री - अज्ञात (कुछ मानते हैं पौलुस)

20. याकूब की पत्री - याकूब

21. 1 पतरस की पत्री - पतरस

22. 2 पतरस की पत्री - पतरस

23. 1 यूहन्ना की पत्री - यूहन्ना

24. 2 यूहन्ना की पत्री - यूहन्ना

25. 3 यूहन्ना की पत्री - यूहन्ना

26. यहूदा की पत्री - यहूदा

27. प्रकाशितवाक्य - यूहन्ना



सारांश

पुराना नियम में 39 पुस्तकें
मूलतः इज़राइल का इतिहास व्यवस्था भविष्यवाणी

नया नियम में 27 पुस्तकें यीशु मसीह का जीवन कलीसिया का इतिहास और भविष्यवाणी)।

कुल मिलाकर बाइबल में 66 पुस्तकें होती हैं

Saturday, 26 April 2025

Blessings Rain From Heaven

 आशीष की बारिश स्वर्ग से हो

हे प्रभु हम तुझसे प्रार्थना करते हैं कि तेरी आशीष की बारिश हमारे जीवन पर बरसे। जैसे स्वर्ग से बारिश धरती को जीवन देती है, वैसे ही तुझे हम अपनी आत्मा और जीवन में तूफान चिंता और परेशानियों के बीच शांति और आशीर्वाद की बारिश से भरने का निवेदन करते हैं।
हम जानते हैं कि तेरी कृपा से हर कठिनाई दूर हो जाती है और हमारे जीवन में तेरा आशीर्वाद हमें आगे बढ़ने की ताकत देता है। कृपया हमें अपने आशीष से पूर्ण कर हमारी सारी चिंताओं और दुखों को दूर कर।
तू हमारे साथ है और तेरे आशीष से हम हर कठिनाई का सामना कर सकते हैं। कृपया हमारी आत्माओं में सुकून और शांति लाकर हमें हर संघर्ष से उबार दे।
हे प्रभु हम तेरी कृपा की बारिश चाहते हैं ताकि हमारा हर कदम तेरे आशीष से सजीव हो। हमारी मेहनत हमारी प्रार्थनाएँ और हमारे दिलों की इच्छा को पूरा करने के लिए तू अपनी आशीष से हमें अभिषेक दे। हम तुझसे यह सब विश्वास और विनम्रता के साथ मांगते हैं
आमीन।"

हे प्रभु आज हम यहाँ एकत्रित हुए हैं तेरे दिव्य आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करने जिसका बारिश हमारे जीवन को सजीवता और शांति से भर दे। जैसे आसमान से गिरती बूँदें हमारी धरती को हरा-भरा करती हैं, वैसे ही हम तेरी कृपा की बारिश के लिए तड़पते हैं, जो हमें हर मुश्किल से लड़ने की शक्ति दे।
हम जानते हैं कि जहाँ तेरा हाथ होता है, वहाँ हर कठिनाई आसान बन जाती है। इस जीवन के तूफानों में, जब चिंताएँ और परेशानियाँ हमें घेर लेती हैं, तब हम तेरी आशीष की तलाश करते हैं, जो हमें सुकून और आत्मविश्वास से परिपूर्ण करती है। हम अपनी आत्मा में तेरी प्रेम की तपिस चाहें, ताकि हम सच्चाई और विश्वास के रास्ते पर चल सकें।
हे प्रभु हमें अपनी सामर्थ्य से आलोकित कर ताकि हम अपने सपनों को सच कर सकें। तेरी कृपा से हमारे कदम हमेशा सही दिशा में बढ़ें और हर संघर्ष में हमें उम्मीद और उजाले की किरण मिले। हम विश्वास के साथ प्रार्थना करते हैं कि तेरे आशीर्वाद की बारिश हमारे जीवन को अर्थपूर्ण बनाए और हमारी इच्छाओं को पूर्ण करे।
आमीन। यहाँ हम सभी तुझसे प्रेरित होकर तेरी कृपा की आस में एक नए अध्याय की शुरुआत करते हैं, जहाँ आशीष की बारिश हमारे हर दिन का हिस्सा बने।

यह प्रार्थना आपको आशीष की बारिश के रूप में परमेश्वर से कृपा और शांति की प्राप्ति की प्रतीक्षा की ओर प्रेरित करेगी। आमीन 

Thursday, 24 April 2025

The Beginning of Blessing Accepting Jesus morning prayer friday fasting prayer

 आशीष की शुरुआत 

यूहन्ना 1:12 पर जितनों ने उसे ग्रहण किया उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास करते हैं।

सबसे पहला कदम आशीष पाने के लिए यह है कि हम यीशु मसीह को अपने उद्धारकर्ता और प्रभु के रूप में स्वीकार करें। जब हम यीशु को अपने जीवन में ग्रहण करते हैं तब हम परमेश्वर के परिवार का हिस्सा बन जाते हैं और उसकी आशीषों के उत्तराधिकारी हो जाते हैं।

आशीष आज्ञाकारिता में है 

लूका 11:28 उसने कहा हाँ पर धन्य वे हैं जो परमेश्वर का वचन सुनते और उस पर चलते हैं। यीशु ने स्पष्ट कहा कि जो लोग परमेश्वर का वचन सुनते हैं और उसका पालन करते हैं वे सच्चे आशीषित लोग हैं। सिर्फ सुनना नहीं बल्कि वचन के अनुसार जीना ही हमें सच्ची आशीष देता है। नम्रता और मन की दीनता से आशीष मिलती है मत्ती 5:3-10  यीशु ने कहा धन्य हैं वे जो मन के दीन हैं क्योंकि स्वर्ग का राज्य उनका है धन्य हैं वे जो दुःखी हैं क्योंकि वे शांति पाएंगे।

धन्य हैं वे जो धर्म के भूखे और प्यासे हैं, क्योंकि वे तृप्त किए जाएंगे।
यीशु ने दिखाया कि आशीष सांसारिक समृद्धि से नहीं बल्कि आत्मिक अवस्था से जुड़ी होती है। जब हम नम्रता पवित्रता और धर्म की भूख से भर जाते हैं तो परमेश्वर हमें आशीष देता है।

यीशु के नाम में विश्वास आशीष लाता हैमरकुस 9:23
यीशु ने उससे कहा यदि तू विश्वास कर सके तो विश्वास करने वाले के लिये सब कुछ संभव है।
जब हम विश्वास से यीशु के नाम पर चलते हैं, प्रार्थना करते हैं, और उसकी शक्ति पर भरोसा रखते हैं, तब चमत्कारिक रूप से आशीषें हमारे जीवन में प्रकट होती हैं।

परमेश्वर की इच्छा में चलना – सच्ची आशीष का मार्ग
रोमियों 12:2
और इस संसार के सदृश न बनो, परन्तु अपने मन के नए हो जाने से रूपांतरित हो जाओ ताकि तुम परमेश्वर की भली और भावती और सिद्ध इच्छा अनुभव से जान सको।

यीशु चाहता है कि हम इस संसार के मार्गों को छोड़कर परमेश्वर की इच्छा में चलें। जब हम ऐसा करते हैं तो हमारी सोच जीवनशैली और निर्णय सब बदल जाते हैं और आशीष हमारे पीछे आने लगती है।

प्रेम में चलना यीशु का सबसे बड़ा आदेश
यूहन्ना 13:34-35
मैं तुम्हें एक नया आज्ञा देता हूं कि तुम एक दूसरे से प्रेम रखो जैसे मैं ने तुम से प्रेम रखा है वैसे ही तुम भी एक दूसरे से प्रेम रखो।

प्रेम वह रास्ता है जिससे परमेश्वर की आशीष हम तक बहती है और दूसरों तक भी पहुँचती है। प्रेम में चलना क्षमा करना और दूसरों की सेवा करना  यीशु के अनुयायी होने के सबसे बड़े चिन्ह हैं।

प्रार्थना आशीष के लिए
हे स्वर्गीय पिता मैं तेरे पुत्र यीशु मसीह के नाम में आता हूं। मैं स्वीकार करता हूं कि मैं एक पापी हूं और मुझे तेरी आशीष की आवश्यकता है। यीशु मैं तुझे अपने जीवन का प्रभु और उद्धारकर्ता स्वीकार करता हूं। तेरे वचन के अनुसार मुझे चलने की समझ दे मुझे नम्र और आज्ञाकारी बना ताकि मैं तेरी इच्छा में चलूं और तेरी पूरी आशीष को अनुभव कर सकूं। मेरे जीवन परिवार और भविष्य में तेरे प्रकाश को भर दे। यीशु के नाम में मैं प्रार्थना करता हूं। आमीन।
                                             
1. The Beginning of Blessing  Accepting Jesus

John 1:12
Yet to all who did receive him, to those who believed in his name, he gave the right to become children of God

The first step toward receiving Gods blessing is accepting Jesus Christ as your Savior and Lord. When we receive Jesus into our lives, we become part of God’s family and heirs to His blessings.

2. Blessing Comes Through Obedience Luke 11:28
He replied, 'Blessed rather are those who hear the word of God and obey it

Jesus clearly said that those who hear the Word of God and obey it are truly blessed. It is not enough to just hear the Word living according to it brings true blessing.


3. Blessing Flows Through Humility and a Poor Spirit Matthew 5:310 (Sermon on the Mount)

Jesus said Blessed are the poor in spirit, for theirs is the kingdom of heaven.

Blessed are those who mourn for they will be comforted.

Blessed are those who hunger and thirst for righteousness, for they will be filled.

Jesus showed that blessing is not just about material prosperity but spiritual condition. When we are filled with humility purity and hunger for righteousness, God pours out His blessing.

4. Faith in the Name of Jesus Brings Blessing Mark 9:23
If you can? said Jesus. 'Everything is possible for one who believes.

When we walk by faith in the name of Jesus, pray in His name and trust in His power blessings begin to manifest in our lives in miraculous ways.

5. Walking in God’s Will The True Path to Blessing Romans 12:2
Do not conform to the pattern of this world, but be transformed by the renewing of your mind. Then you will be able to test and approve what God’s will is his good pleasing and perfect will.

Jesus desires that we leave the ways of the world and walk in the will of God. As we do this, our thoughts, lifestyle and decisions are transformed, and blessings begin to follow us.

6. Walking in Love  The Greatest Command of Jesus John 13:34–35
A new command I give you: Love one another. As I have loved you, so you must love one another.

Love is the pathway through which God's blessing flows to us and through us. Walking in love forgiving, and serving others are signs of true followers of Jesus.


Prayer For Blessing

Heavenly Father I come to You in the name of Your Son Jesus Christ. I acknowledge that I am a sinner and I need Your blessing. Jesus I accept You as my Lord and Savior. Teach me to walk according to Your Word. Make me humble and obedient, so that I may walk in Your will and experience the fullness of Your blessing. Fill my life my family and my future with Your light. In Jesus' name I pray. Amen