✝️ बपतिस्मा किसके नाम से लिया जाता है? | Baptism in the Name of Jesus Christ
🔹 प्रस्तावना
बपतिस्मा (Baptism) केवल एक धार्मिक रिवाज़ नहीं है, बल्कि यह विश्वास और आज्ञाकारिता का प्रतीक है। यह हमारे पुराने जीवन से पश्चाताप करके नए जीवन में प्रवेश का सार्वजनिक घोषणा है। बहुत से लोग यह प्रश्न पूछते हैं कि — "बपतिस्मा किसके नाम से लिया जाना चाहिए?"
इस प्रश्न का उत्तर हमें स्वयं बाइबल देती है।
🔹 बाइबल में बपतिस्मा का आदेश
“इसलिये तुम जाकर सब जातियों को चेला बनाओ, और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो।”
यहाँ प्रभु यीशु मसीह ने अपने चेलों को सीधा आदेश दिया कि वे सब जातियों को सुसमाचार सुनाएँ और उन्हें पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दें।
पर ध्यान दीजिए — “नामों” नहीं, बल्कि “नाम” (एकवचन) लिखा गया है। इसका अर्थ यह है कि इन तीनों — पिता, पुत्र, और पवित्र आत्मा — का एक ही नाम है।
🔹 वह एक नाम क्या है?
“पतरस ने उनसे कहा, मन फिराओ, और तुम में से हर एक व्यक्ति यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा लो, ताकि तुम्हारे पाप क्षमा हों, और तुम पवित्र आत्मा का दान पाओ।”
यहाँ स्पष्ट लिखा है कि प्रेरितों ने किसी अन्य नाम से नहीं, बल्कि यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा दिया।
क्योंकि यीशु ही वह नाम है जो पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में प्रकट हुआ है।
- पिता — परमेश्वर का आत्मा है जो अदृश्य है।
- पुत्र — वह देह है जिसमें परमेश्वर प्रकट हुआ।
- पवित्र आत्मा — वह शक्ति है जो अब हमारे भीतर कार्य करती है।
और यह तीनों एक ही हैं — यीशु मसीह में पूर्ण परमेश्वर का निवास है।
🔹 बाइबल के अनुसार बपतिस्मा का उदाहरण
- प्रेरितों के काम 8:16
“क्योंकि वह (पवित्र आत्मा) उन में से किसी पर नहीं उतरा था, केवल वे प्रभु यीशु के नाम से बपतिस्मा पाए थे।” - प्रेरितों के काम 10:48
“और उसने आज्ञा दी कि वे यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा लें।” - प्रेरितों के काम 19:5
“यह सुनकर उन्होंने प्रभु यीशु के नाम से बपतिस्मा लिया।”
इन सब वचनों में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि प्रेरितों और शुरुआती विश्वासियों ने सदा यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा लिया।
🔹 क्यों यीशु के नाम से बपतिस्मा?
- क्योंकि यीशु ही वह नाम है जिसमें उद्धार है।
प्रेरितों के काम 4:12
“क्योंकि स्वर्ग के नीचे मनुष्यों में और कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया है, जिसके द्वारा हम उद्धार पा सकें।” - क्योंकि यीशु में ही परमेश्वर का पूरा स्वरूप वास करता है।
कुलुस्सियों 2:9
“क्योंकि उसी में परमेश्वरत्व की सारी परिपूर्णता देह रूप में वास करती है।” - क्योंकि यीशु का नाम ही पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा का नाम है।
यूहन्ना 5:43
“मैं अपने पिता के नाम से आया हूं।”यूहन्ना 14:26
“परन्तु सहायक, अर्थात पवित्र आत्मा, जिसे पिता मेरे नाम से भेजेगा…”इसका अर्थ है कि पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा — तीनों यीशु के नाम में एक हैं।
🔹 बपतिस्मा का महत्व
बपतिस्मा केवल पानी में डुबकी लेना नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक पुनर्जन्म का प्रतीक है।
जब हम बपतिस्मा लेते हैं, हम यह स्वीकार करते हैं कि
- हमारा पुराना मनुष्य यीशु के साथ मर गया,
- और अब हम नए जीवन में पुनः जीवित हुए हैं।
“इसलिये हम बपतिस्मा के द्वारा उसके साथ मृत्यु में गाड़े गए, ताकि जैसे मसीह पिता की महिमा के द्वारा मरे हुओं में से जिलाया गया, वैसे ही हम भी नये जीवन में चलें।”
🔹 बपतिस्मा का सही तरीका
- पश्चाताप करें – पहले अपने पापों को स्वीकार करें और उनसे दूर हों।
- यीशु मसीह में विश्वास करें – मानें कि वही आपका उद्धारकर्ता और प्रभु है।
- यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा लें – पूर्ण डुबकी देकर, पुराने जीवन को दफन करें।
- पवित्र आत्मा प्राप्त करें – ताकि आप नया जीवन मसीह में चला सकें।
🔹 निष्कर्ष
बाइबल के अनुसार, बपतिस्मा किसी धार्मिक परंपरा का हिस्सा नहीं बल्कि यीशु मसीह की आज्ञा का पालन है।
पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा का नाम एक ही है — यीशु मसीह।
इसलिए सच्चा बपतिस्मा वही है जो यीशु मसीह के नाम से लिया जाए, ताकि हमारे पाप क्षमा हों और हम नया जीवन प्राप्त करें।
🔹 मुख्य वचन सारांश
- मत्ती 28:19
- प्रेरितों के काम 2:38
- प्रेरितों के काम 8:16
- प्रेरितों के काम 10:48
- प्रेरितों के काम 19:5
- प्रेरितों के काम 4:12
- कुलुस्सियों 2:9
- रोमियों 6:4
🔹 निष्कर्ष प्रार्थना 🙏
“हे प्रभु यीशु मसीह, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि तूने मुझे सत्य जानने का अवसर दिया। मुझे बपतिस्मा की सच्चाई समझा और अपने नाम की सामर्थ दिखाई।
प्रभु, मुझे अपने वचन में स्थिर कर, ताकि मैं तेरी आज्ञा का पालन कर सकूँ। मेरे पापों को क्षमा कर और मुझे अपने पवित्र आत्मा से भर दे।
मैं अपना जीवन तेरे हाथों में सौंपता हूँ।
यीशु मसीह के नाम से — आमीन।”