जीना ज़रूरी नहीं है"
मर जाओ यदि इससे परमेश्वर की महिमा होती है।
मर जाओ यदि इससे परमेश्वर की महिमा होती है।
"प्रेम 'किया' जाता है, प्रेम 'बोला' नहीं जाता"
प्रेम 'कर्म' में है 'शब्द' में नहीं
प्रेम 'कर्म' में है 'शब्द' में नहीं
दूसरे शब्दों में- क्या तुम मुझ से प्रेम करते हो ? मेरे पीछे आओगे? मेरी आज्ञा मानोगे ? मेरे लिये मरोगे ?
यदि हाँ, तभी तुम मेरी महिमा कर पाओगे
"अपने स्वार्थ को मारना, अपना इनकार करना, अपना क्रूस उठाना, वही एक महिमामय मृत्युमार्ग है जिस के द्वारा दुनिया को हमारे अंतःकरण से प्रभु यीशु दिखाई देने लगते हैं"
पतरस से सवाल -
तीन बार प्रभु यीशु ने पतरस से एक ही सवाल किया था ताकि पतरस को सवाल की 'गंभीरता' का पता लगे
क्या तुम मुझ से प्रेम करते हो ?
यदि प्रेम करते हो... तो करो (मेमनों को चराओ)
यदि प्रेम करते हो...तो करो (भेड़ों की रखवाली करो)
यदि प्रेम करते हो...तो करो (भेड़ों को चराओ )
और फिर मर जाओ, मेरे पीछे चलते चलते, ताकि परमेश्वर की महिमा हो । यूहन्ना 21:15
यदि प्रेम करते हो...तो करो (भेड़ों की रखवाली करो)
यदि प्रेम करते हो...तो करो (भेड़ों को चराओ )
और फिर मर जाओ, मेरे पीछे चलते चलते, ताकि परमेश्वर की महिमा हो । यूहन्ना 21:15
प्रभु यीशु ने पतरस को यही बताया
और उसने प्रेम का मापदंड (स्केल) भी दिया
यूहन्ना 21:15-19
और उसने प्रेम का मापदंड (स्केल) भी दिया
यूहन्ना 21:15-19
'सिद्ध प्रेम' (Perfect love) जीवित रहकर नहीं दिखाया जा सकता है,
उसके लिए मरना पड़ेगा ।
उसके लिए मरना पड़ेगा ।
समझने के लिये
यदि perfect प्रेम 100 % है,
तो शायद पति पत्नी का प्रेम 70% हो सकता है
मा बाप और बच्चे के बीच का प्रेम शायद 90% होगा
यदि perfect प्रेम 100 % है,
तो शायद पति पत्नी का प्रेम 70% हो सकता है
मा बाप और बच्चे के बीच का प्रेम शायद 90% होगा
लेकिन 100% प्रेम वो perfect प्रेम है जो मौत के द्वारा प्रगट किया जाता है और नापा जा सकता है।
* प्रेम मृत्यु के तुल्य सामर्थी है,
* पानी की बाढ़ से भी प्रेम नहीं बुझ सकता,
* प्रेम न महानदों से डूब सकता है।
* प्रेम की कीमत यदि कोई अपने घर की सारी सम्पत्ति से दे तो वह प्रेम का अपमान माना जायेगा।
श्रेष्ठगीत 8:6,7
* पानी की बाढ़ से भी प्रेम नहीं बुझ सकता,
* प्रेम न महानदों से डूब सकता है।
* प्रेम की कीमत यदि कोई अपने घर की सारी सम्पत्ति से दे तो वह प्रेम का अपमान माना जायेगा।
श्रेष्ठगीत 8:6,7
- इसलिए प्रभु यीशु ने कहा इससे बड़ा प्रेम और कोई नहीं कि एक मनुष्य अपने मित्र के लिए जान दे
यूहन्ना 15:13
- प्रभु यीशु कहता है, मरने तक धीरज रखना है, विश्वास नहीं खोना है। प्रकाशित 2:10
- परमेश्वर का प्रेम तो इस बात से प्रगट हुआ कि जब हम पापी/शत्रु ही थे, तब प्रभु यीशु हमे बचाने के लिए मर गया । रोमियों 5:8
यूहन्ना 15:13
- प्रभु यीशु कहता है, मरने तक धीरज रखना है, विश्वास नहीं खोना है। प्रकाशित 2:10
- परमेश्वर का प्रेम तो इस बात से प्रगट हुआ कि जब हम पापी/शत्रु ही थे, तब प्रभु यीशु हमे बचाने के लिए मर गया । रोमियों 5:8
आज सवाल है
हम किस तरह का प्रेम कर रहे हैं ?
हम किस तरह का प्रेम कर रहे हैं ?
गीत
मेरे यीशु तुमने मुझसे,कैसा ये प्रेम किया
क्या बताऊँ कैसे गाउँ, हर गली घर ये कथा
1
मैं जहां में भटका, कोई हमदर्द न था
मेरे दुखदर्द देखने, आये जीवनदाता
प्राण देह सब, तुझ पर अब, प्रभु यीशु वार दूँ मैं
क्या बताऊँ कैसे गाउँ, तेरे गुणगान यहां
2
तुमने ये क्या कर दिया, रक्त अपना दे दिया
कर्ज़ ले सब क्रूस पर, कर दिया तुमने अदा
करूँ इनकार, तज संसार, पीछे पीछे आऊं मैं
क्या बताऊँ कैसे गाउँ हर गली घर ये कथा
3
जीना अब तेरे लिये, मरना वर मेरे लिये
पाप कर मेरे क्षमा, तुमने मुझे मुक्त किया
लेकर अब क्रूस, दुनिया से दूर पीछे पीछे आऊं मैं
कौन सा गीत, कैसा संगीत कर सके तेरा बयाँ

मेरे यीशु तुमने मुझसे,कैसा ये प्रेम किया
क्या बताऊँ कैसे गाउँ, हर गली घर ये कथा
1
मैं जहां में भटका, कोई हमदर्द न था
मेरे दुखदर्द देखने, आये जीवनदाता
प्राण देह सब, तुझ पर अब, प्रभु यीशु वार दूँ मैं
क्या बताऊँ कैसे गाउँ, तेरे गुणगान यहां
2
तुमने ये क्या कर दिया, रक्त अपना दे दिया
कर्ज़ ले सब क्रूस पर, कर दिया तुमने अदा
करूँ इनकार, तज संसार, पीछे पीछे आऊं मैं
क्या बताऊँ कैसे गाउँ हर गली घर ये कथा
3
जीना अब तेरे लिये, मरना वर मेरे लिये
पाप कर मेरे क्षमा, तुमने मुझे मुक्त किया
लेकर अब क्रूस, दुनिया से दूर पीछे पीछे आऊं मैं
कौन सा गीत, कैसा संगीत कर सके तेरा बयाँ

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