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Friday, 5 December 2025

“Christmas Message | यीशु का जन्म और उद्धार का वचन | Powerful Christmas Sermon – Pastor Emmanuel”

Christmas Message in Hindi | Christmas Bible Study | जन्म का संदेश

मत्ती 1:23 “देखो, एक कुँवारी गर्भवती होगी और पुत्र जन्मेगी; और उसका नाम इम्मानुएल रखा जाएगा।”

क्रिसमस का आत्मिक संदेश

क्रिसमस केवल एक त्योहार नहीं है, यह वह दिव्य क्षण है जब परमेश्वर ने अपने पुत्र को संसार में भेजा ताकि मानवता को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए। यह दिन हमें परमेश्वर के प्रेम, अनुग्रह और उद्धार की याद दिलाता है।

क्रिसमस हमें यह सिखाता है कि परमेश्वर मनुष्य से दूर नहीं है — वह हमारे साथ है, हममें है, और हमारे जीवन को बदलना चाहता है। "इम्मानुएल" का अर्थ ही है — “परमेश्वर हमारे साथ।”

1. क्रिसमस हमें आशा देता है

यूहन्ना 1:5 “जो ज्योति अन्धकार में चमकती है और अन्धकार ने उसे दबा न लिया।”

ईसा मसीह की ज्योति किसी भी अन्धकार से बड़ी है। चाहे निराशा हो, बीमारी हो, आर्थिक संकट हो — मसीह की ज्योति जीवन में आशा पैदा करती है।

2. क्रिसमस हमें उद्धार की याद दिलाता है

लूका 2:11 “क्योंकि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये उद्धारकर्ता जन्मा है, जो प्रभु मसीह है।”

यीशु का जन्म मानवता के उद्धार के लिए हुआ। वे हमें पाप से छुड़ाने, जीवन में शांति और अनन्त जीवन देने आए।

3. क्रिसमस हमें प्रेम का मार्ग दिखाता है

यूहन्ना 3:16 “क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया।”

परमेश्वर ने हमें इतना प्रेम किया कि अपने पुत्र को बलिदान के रूप में दे दिया। इसलिए क्रिसमस प्रेम, दया, और क्षमा का संदेश है।

4. क्रिसमस आज भी जीवन बदलता है

2 कुरिन्थियों 5:17 “यदि कोई मसीह में है, तो वह नई सृष्टि है।”

यीशु आज भी जीवन बदलते हैं। उनका जन्म केवल अतीत की घटना नहीं— वह आज भी हर उस हृदय में जन्म लेते हैं जो उन्हें स्वीकार करता है।

क्रिसमस का आत्मिक अर्थ (Refined Explanation)

  • यीशु का जन्म — मानव इतिहास का सबसे बड़ा चमत्कार।
  • परमेश्वर का प्रेम — जो हमें अयोग्य होने पर भी दिया गया।
  • यीशु की ज्योति — जो हर अन्धकार को तोड़ती है।
  • यीशु की उपस्थिति — जो हमें जीवन में दिशा और शांति देती है।
  • यीशु का संदेश — प्रेम, क्षमा और उद्धार।

Christmas Blessing (आशीष)

“इम्मानुएल का प्रकाश आपके परिवार में चमके। यीशु की शांति आपके घर को भर दे। उनकी उपस्थिति आपके जीवन में नई दिशा, नई आशा और नया आरंभ दे।”

Christmas Prayer (शॉर्ट और शक्तिशाली)

प्रभु यीशु, आपके जन्म के दिन हम आपका धन्यवाद करते हैं। हे प्रभु, आज अपने प्रकाश से हमारे जीवन के हर अंधकार को हटा दीजिए। हमारे घर, परिवार, काम, स्वास्थ्य और भविष्य पर आपकी शांति और आशीष बनी रहे। हमें प्रेम, क्षमा और विनम्रता में चलने की शक्ति दीजिए। आपकी ज्योति इस पूरे नए वर्ष में हमारा मार्गदर्शन करे। इम्मानुएल— परमेश्वर हमारे साथ— हम पर अनुग्रह करे। आमीन।

अतिरिक्त Christmas Wachan

यशायाह 9:6 “क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ... और उसका नाम अद्भुत, युक्ति करने वाला, पराक्रमी ईश्वर, अनन्तकाल का पिता, शान्ति का राजकुमार होगा।”

मीका 5:2 “हे बेतलेहेम... तुझ में से मेरे लिये एक ऐसा निकलेगा जो इस्राएल पर प्रभुता करेगा।”

गलातियों 4:4 “जब समय पूरा हुआ, तो परमेश्वर ने अपने पुत्र को भेजा।”

Christmas का अंतिम संदेश

क्रिसमस केवल एक दिन नहीं — यह वह शक्ति है जो जीवन को बदल सकती है। यीशु आपके घरों में शांति, आपके दिलों में आनंद, आपकी राहों में प्रकाश और आपके भविष्य में सफलता प्रदान करें।

क्रिसमस संदेश — वचन में जन्मा उद्धार

By Pastor Emmanuel

मुख्य वचन

“वह एक पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वही अपने लोगों को उनके पापों से उद्धार करेगा।”
— मत्ती 1:21

व्याख्या — मत्ती 1:21

यह वचन क्रिसमस का केंद्र है। यीशु का जन्म केवल एक त्योहार नहीं बल्कि मानवता के लिए परमेश्वर की उद्धार योजना है। संसार पाप में गिरा हुआ था और परमेश्वर ने समाधान भेजा—यीशु। क्रिसमस वह क्षण है जब स्वर्ग ने पृथ्वी से कहा — उद्धार आ गया है।

स्वर्गदूत का सन्देश

“मत डर, देख, मैं तुम्हारे लिये बड़े आनन्द का सुसमाचार लाता हूँ… आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता उत्पन्न हुआ है, अर्थात मसीह प्रभु।”
— लूका 2:10–11

व्याख्या — लूका 2:10–11

क्रिसमस का पहला शब्द है—“मत डर।” इसका अर्थ है कि मसीह का आगमन हमारे जीवन से हर भय को दूर करने के लिए है। जहाँ मसीह आते हैं, वहाँ शांति, आशा और आनंद का जन्म होता है।

वचन देहधारी हुआ

“और वचन देहधारी हुआ, और हमारे बीच में रहा; और हमने उसकी महिमा देखि, जैसे पिता के एकलौते का महिमा।”
— यूहन्ना 1:14

व्याख्या — यूहन्ना 1:14

ईश्वर दूर से नहीं देखता—वह हमारे बीच आता है। वचन का देहधारी होना दर्शाता है कि परमेश्वर हमें समझता है, हमारे दुःख को महसूस करता है और हमारे साथ चलना चाहता है। क्रिसमस का अर्थ है — परमेश्वर हमारे साथ।

मसीहा के नामों की घोषणा

“क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ… और उसका नाम अद्भुत युक्ति करने वाला, पराक्रमी ईश्वर, अनन्तकाल का पिता, और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा।”
— यशायाह 9:6

व्याख्या — यशायाह 9:6

  • अद्भुत युक्ति करने वाला — समस्याओं में मार्ग दिखाने वाला।
  • पराक्रमी ईश्वर — कमजोरी में शक्ति देने वाला।
  • अनन्तकाल का पिता — प्रेम और सुरक्षा देने वाला।
  • शांति का राजकुमार — हर तूफान में शांति देने वाला।

क्रिसमस का सार

  • क्रिसमस = उद्धार का दिन।
  • क्रिसमस = परमेश्वर का हमारे निकट आना (इम्मानुएल)।
  • क्रिसमस = भय का अंत और आनंद की शुरुआत।
  • क्रिसमस = शांति, शक्ति और आशा का पर्व।

आध्यात्मिक चुनौती

क्रिसमस केवल उत्सव नहीं बल्कि परिवर्तन का दिन है। प्रश्न यह है—क्या हमने यीशु को अपने जीवन का केंद्र बनाया है? क्या हमने अपने डर, चिंता और समस्याओं को उसके हाथों सौंपा है? क्रिसमस का असली अर्थ तब प्रकट होता है जब मसीह हमारे हृदय में जन्म लेते हैं।

क्रिसमस प्रार्थना

हे स्वर्गीय पिता,

हम आपके देहधारी वचन के लिए धन्यवाद करते हैं। इस क्रिसमस हम प्रार्थना करते हैं कि यीशु मसीह का प्रकाश हमारे जीवन में चमके। हमारे पापों का उद्धार, हमारे मन की शांति, हमारे घरों में प्रेम और हमारे भविष्य में आशा स्थापित कर।

जहाँ भी अंधकार है वहाँ आपका प्रकाश उतरे। जहाँ टूटन है वहाँ आपकी चंगाई और पुनर्स्थापना हो। आप हमारे साथ रहे और हमारे हर कदम का मार्गदर्शन करें।

यीशु मसीह के नाम में, आमीन।

समापन आशीष

मैं घोषणा करता/करती हूँ कि इस क्रिसमस के मौसम में आपके जीवन में उद्धार, अनुग्रह, शांति, नई शुरुआत और दिव्य सुरक्षा प्रकट होगी। प्रभु आपका मार्ग प्रशस्त करे और आपको अपनी ज्योति से भर दे।

— Pastor Emmanuel





Wednesday, 17 September 2025

यीशु मसीह का जन्म | Jesus Birth Story of Love & Hope | Christmas Special

यीशु मसीह का जन्म – संसार के लिए आशा और उद्धार का संदेश

यीशु मसीह का जन्म – संसार के लिए आशा और उद्धार का संदेश

प्रस्तावना

हर वर्ष 25 दिसंबर को पूरी दुनिया प्रभु यीशु मसीह का जन्म दिन उत्साह और श्रद्धा से मनाती है। यह केवल एक पर्व नहीं, बल्कि ईश्वर के उस अद्भुत प्रेम का स्मरण है जिसमें उसने अपने पुत्र को मानव जाति के उद्धार के लिए इस पृथ्वी पर भेजा। यह दिन हमें याद दिलाता है कि अंधकार में डूबे संसार को सच्चा प्रकाश मिल चुका है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

लगभग दो हजार वर्ष पहले यहूदिया के बेथलहम नगर में मरियम और यूसुफ के घर प्रभु यीशु का जन्म हुआ। बाइबल बताती है कि उस समय रोमी साम्राज्य का शासन था और सभी लोग जनगणना के लिए अपने नगर लौट रहे थे। सराय में जगह न मिलने के कारण यीशु का जन्म एक साधारण गौशाला में हुआ। यही सादगी आज भी हमें यह संदेश देती है कि परमेश्वर का प्रेम किसी महल या धन दौलत का मोहताज नहीं है।

जन्म का उद्देश्य

यीशु का आगमन केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि परमेश्वर की महान योजना का हिस्सा था। उनका जन्म इसलिए हुआ कि वे मानवता को पाप और निराशा से मुक्ति दें। वे शांति, प्रेम और क्षमा का मार्ग दिखाने आए। उनकी शिक्षा—दूसरों से प्रेम करो, शत्रुओं को भी क्षमा करो, और परमेश्वर पर विश्वास रखो—आज भी उतनी ही जीवंत है जितनी दो हजार वर्ष पहले थी।

क्रिसमस का वास्तविक अर्थ

रंगीन सजावट, उपहार, और रोशनी क्रिसमस के उत्सव का हिस्सा हैं, पर इसका असली सार आत्मिक है। यह पर्व हमें उदारता, दया और सेवा की याद दिलाता है। जब हम जरूरतमंदों की सहायता करते हैं, गरीबों को भोजन कराते हैं या अकेले लोगों के साथ समय बिताते हैं, तब हम वास्तव में यीशु के जन्म का उत्सव मनाते हैं।

हमारे जीवन के लिए संदेश

यीशु का जन्म हमें आशा देता है कि अंधकार चाहे कितना भी गहरा हो, एक छोटी सी ज्योति सब कुछ बदल सकती है। उनके जीवन से हम सीखते हैं कि सच्ची महानता नम्रता में है, और सच्चा सुख दूसरों को आशीष देने में है।

निष्कर्ष

यीशु मसीह का जन्म दिन केवल इतिहास का पन्ना नहीं, बल्कि हर इंसान के हृदय को छूने वाला जीवंत संदेश है—प्रेम, क्षमा, और अनन्त जीवन का। इस क्रिसमस हम सब संकल्प लें कि अपने घर-परिवार और समाज में शांति, करुणा और भाईचारे का प्रकाश फैलाएँ।

The Birth of Jesus – A Message of Hope and Salvation for the World

The Birth of Jesus – A Message of Hope and Salvation for the World

Introduction

Every year on December 25, people around the world celebrate the birth of Lord Jesus Christ with joy and reverence. Christmas is more than a festival; it is the remembrance of God’s amazing love, when He sent His Son to earth for the salvation of all humanity. This day reminds us that true light has come into a world filled with darkness.

Historical Background

Around two thousand years ago, in the town of Bethlehem of Judea, Jesus was born to Mary and Joseph. According to the Bible, during the Roman Empire’s rule everyone had returned to their hometowns for a census. Because there was no room at the inn, Jesus was born in a humble stable. This simplicity still speaks to us today, showing that God’s love is not dependent on wealth or palaces.

Purpose of His Birth

The birth of Jesus was not just a historical event; it was part of God’s great plan. He came to free humanity from sin and despair. Jesus brought a message of peace, love, and forgiveness. His teachings—to love others, forgive even our enemies, and trust in God—remain as powerful and relevant today as they were two millennia ago.

The Real Meaning of Christmas

Decorations, gifts, and bright lights are joyful parts of Christmas, but the true essence is spiritual. The festival calls us to generosity, compassion, and service. When we help the needy, feed the hungry, or spend time with the lonely, we celebrate the true spirit of Christ’s birth.

A Message for Our Lives

The birth of Jesus gives us hope that no matter how deep the darkness, a single light can transform everything. His life teaches us that real greatness is found in humility and that true happiness comes from blessing others.

Conclusion

The birth of Jesus Christ is not merely a page of history; it is a living message that touches every human heart—love, forgiveness, and eternal life. This Christmas, let us commit ourselves to spreading light, peace, compassion, and brotherhood in our homes, families, and communities.

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