नया नियम में अन्य भाषाओं के बारे में बाइबल क्या कहती है | Bible on Other Languages in the New Testament in Hindi
यीशु मसीह के समय और उसके बाद, जब प्रेरितों ने सुसमाचार फैलाना शुरू किया, तब अन्य भाषाओं का एक विशेष महत्व रहा। नया नियम हमें यह स्पष्ट रूप से सिखाता है कि परमेश्वर केवल एक भाषा में सीमित नहीं है — उसका सुसमाचार सभी भाषाओं में फैलने के लिए है, और पवित्र आत्मा सभी राष्ट्रों और भाषाओं में काम करता है।
इस लेख में हम विस्तार से देखेंगे कि नए नियम में अन्य भाषाओं के विषय में क्या कहा गया है, साथ में पूरा बाइबल वचन और संदर्भ।
1. अन्य भाषाओं में पवित्र आत्मा का अद्भुत कार्य
प्रेरितों के काम 2:4 — "और वे सब पवित्र आत्मा से भर गए और आत्मा ने उन्हें जो बोलने को दिया, उसी के अनुसार अन्य अन्य भाषा बोलने लगे"
व्याख्या: यह घटना पिन्तेकुस्त के दिन की है, जब पवित्र आत्मा ने प्रेरितों को सामर्थ दी कि वे उन भाषाओं में बोलें जो उन्होंने कभी सीखी नहीं थी। यह परमेश्वर की इच्छा थी कि सुसमाचार हर भाषा तक पहुंचे।
2. सभी राष्ट्र और भाषाएं सुसमाचार सुनें
प्रेरितों के काम 2:6 — "जब वह शब्द हुआ, तो भीड़ इकट्ठी हो गई, और यह सुनकर कि हर एक अपनी अपनी भाषा में उनसे बोलते सुनता है, चकित हो गया।"
व्याख्या: यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि पवित्र आत्मा ने लोगों को चमत्कारिक रूप से उनके अपने देश की भाषा में वचन सुनाया, जिससे सुसमाचार विश्वव्यापी बना।
3. सभी भाषाएं परमेश्वर की योजना में हैं
प्रकाशितवाक्य 7:9 — "हर एक जाति, और कुल, और लोग, और भाषा में से ऐसी बड़ी भीड़... सिंहासन और मेम्ने के सामने खड़ी है।"
व्याख्या: स्वर्ग का यह दृश्य इस बात को प्रमाणित करता है कि परमेश्वर का राज्य किसी एक भाषा या जाति तक सीमित नहीं।
4. अन्य भाषाओं में बोलना आत्मा का वरदान है
1 कुरिन्थियों 12:10 — "किसी को अन्य भाषा, किसी को भाषाओं का अर्थ बताना।"
व्याख्या: अन्य भाषा में बोलना और उसका अर्थ समझना आत्मा के वरदानों में से एक है, जो आत्मिक उन्नति के लिए दिया गया है।
5. अन्य भाषा में बोलने से आत्मा को बल मिलता है
1 कुरिन्थियों 14:4 — "जो अन्य भाषा में बोलता है, वह अपनी आत्मा को उन्नति देता है।"
व्याख्या: आत्मा की गहराई से परमेश्वर से संवाद आत्मा को सामर्थ देता है।
6. भविष्यवाणी: सभी भाषाओं में मसीह की आराधना
फिलिप्पियों 2:10-11 — "हर एक घुटना टेके... हर एक जीभ अंगीकार करे कि यीशु मसीह प्रभु है।"
व्याख्या: यह भविष्यवाणी दर्शाती है कि परमेश्वर की महिमा हर भाषा में होगी।
7. सभी भाषाएं परमेश्वर की रचना हैं
उत्पत्ति 11:7-9 — "यहोवा ने वहीं सारी पृथ्वी की भाषा को बिगाड़ा।"
व्याख्या: भाषाओं का विविध होना परमेश्वर की योजना का ही भाग है।
8. परमेश्वर सभी भाषाओं को समझता है
भजन संहिता 19:3 — "फिर भी उनका स्वर सुनाई देता है।"
व्याख्या: चाहे कोई भी भाषा हो, परमेश्वर उसे सुनता और समझता है।
9. पवित्र आत्मा के द्वारा भाषाओं का वरदान
प्रेरितों के काम 2:4-6 — "अनेक भाषाओं में बोलने लगे... हर एक अपनी अपनी भाषा में सुनता था।"
व्याख्या: यह चमत्कार दर्शाता है कि सुसमाचार सभी राष्ट्रों और भाषाओं के लिए है।
10. स्वर्ग में हर भाषा की स्तुति होगी
प्रकाशितवाक्य 7:9-10 — "हर एक भाषा में से बड़ी भीड़... उद्धार हमारे परमेश्वर का है।"
व्याख्या: परमेश्वर सभी भाषाओं को स्वीकार करता है और उसके राज्य में सभी का स्वागत है।
11. सुसमाचार सभी भाषाओं में प्रचारित होगा
मत्ती 24:14 — "यह राज्य का सुसमाचार सारी पृथ्वी में प्रचार किया जाएगा।"
व्याख्या: यीशु मसीह ने स्पष्ट कहा कि सुसमाचार सभी भाषाओं तक पहुंचेगा।
12. भाषाओं में एकता की ओर बुलावा
1 कुरिन्थियों 14:10-11 — "जगत में न जाने कितनी प्रकार की भाषाएं हैं... कोई भी व्यर्थ नहीं।"
व्याख्या: सभी भाषाएं महत्वपूर्ण हैं, और हमें उन्हें सम्मान देना चाहिए।
निष्कर्ष
- सभी भाषाएं परमेश्वर की रचना हैं
- वह हर भाषा को समझता है
- पवित्र आत्मा हर भाषा में काम करता है
- स्वर्ग में हर भाषा से लोग उसकी आराधना करेंगे
- सुसमाचार हर भाषा में प्रचारित होगा
- अन्य भाषा में बोलना आत्मिक वरदान है
- हर जीभ यीशु मसीह को प्रभु मानेगी
लेबल (Labels): बाइबल, नई वाचा, भाषाओं का वरदान, पवित्र आत्मा, सुसमाचार, अन्य भाषाएं, Hindi Bible Study